अर्नब 'चैट गेट' : हमलावर हुई शिवसेना, कहा-'BJP को अपनी राष्ट्रवाद की परिभाषा परखने की जरूरत'

इन लीक चैट्स को देखने से पता चलता है कि बालाकोट में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की एयर स्ट्राइक की जानकारी अर्नब को पहले हो चुकी थी। इसके अलावा टीआरपी स्कैंडल में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं।

Arnab 'Chat Gate': Shiv Sena says BJP's definition of nationalism needs to be examined
अर्नब 'चैट गेट' पर भाजपा पर हमलावर हुई शिवसेना। 

मुंबई  : रिपब्लिक टीवी के प्रमोटर एवं एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के चैट्स सोशल मीडिया में लीक होने के बाद शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है। शिवसेना ने सोमवार को कहा कि 'राष्ट्रीय महत्व की सूचनाओं पर बात करना यदि राष्ट्र-विरोधी और इस तरह के मुद्दों पर कार्रवाई करना यदि 'आपातकाल जैसी स्थिति' है तो भाजपा को अपनी राष्ट्रवाद की व्याख्या को फिर से परखने की जरूरत है।' बता दें कि वाट्सएप पर अर्नब और बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता के बीच बातचीत के चैट्स सोशल मीडिया में लीक हुए हैं। 

अर्नब 'चैट गेट' से हुए कई खुलासे
इन लीक चैट्स को देखने से पता चलता है कि बालाकोट में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की एयर स्ट्राइक की जानकारी अर्नब को पहले हो चुकी थी। इसके अलावा टीआरपी स्कैंडल में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। इन खुलासों के बाद विपक्ष ने केंद्र सरकोर पर सवाल खड़े करते हुए उससे जवाब मांगा है। अर्नब और पार्थो के लीक चैट्स में टीआरपी स्कैम के बारे में बातचीत की गई है और इस बातचीत में 'एएस' का नाम आया है। अक्टूबर 2019 की कथित बातचीत में पार्थों अर्नब से 'एएस' की मदद मांगते हुए दिखाई दिए हैं।

विपक्ष ने पूछा-AS कौन है 
इस चैट में अर्नब पार्थो से कहते हैं कि 'वह एएस के साथ हैं।' इसके बाद पार्थो, अर्नब से कहते हैं कि 'वह इस बात को जरा देखें कि क्या एएस उनकी मदद कर सकते हैं।' विपक्ष इस बातचीत को लेकर सरकार पर हमलावर है। विपक्ष की मांग इस मामले की एक निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है ताकि 'एएस' कौन है, इस बारे में पता चल सके। महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार में शामिल कांग्रेस ने इस पूरे 'चैट गेट' में केंद्र सरकार से अपनी चुप्पी तोड़ने की मांग की है। इस 'चैट गेट' ने टीआरपी स्कैम में नया मोड़ पैदा किया है। 

खुलासों से टीआरपी स्कैम में आया नया मोड़
इस लीक 'चैट गेट' से जाहिर होता है कि अर्नब और पार्थो ने एक-दूसरे को 'फायदा' पहुंचाने की कोशिश की है। बार्क के पूर्व सीईओ ने रिपब्लिक टीवी और रिपब्लिक भारत को फायदा पहुंचाने के लिए टीआरपी के साथ छेड़छाड़ की और इसके बदले अर्नब ने सरकारी मामलों, आईएंडबी मंत्रालय के कामकाज, कैबिनेट में फेरबदल और सरकारी नियुक्तियों की जानकारी पार्थो को दी। 
   

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर