नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ दिल्ली की सत्ता पर कब्जा कर लिया है। हालांकि उसके वोट प्रतिशत में कमी आई है और साल 2015 के मुकाबले कुछ कम सीटें मिली हैं। आम आदमी पार्टी की विकास की राजनीति और फ्री सेवाओं का वादा दिल्ली की जनता के सिर चढ़कर बोला है। ऐसे में लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के लिए आम आदमी पार्टी ने जो वादे दिल्ली की जनता से किए हैं उन्हें पूरे करने के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल अपनी कैबिनेट में फेरबदल कर सकते हैं। पूरे देश में बेहतरीन शिक्षा मंत्री के रूप में विख्यात होने वाले मनीष सिसौदिया का मंत्रालय में बदलाव किया जा सकता है। साथ ही चुनाव जीतने वाले युवा चेहरों को भी मंत्रीमंडल में शामिल किया जा सकता है। जानिए कैसा हो सकता है केजरीवाल 3.0 सरकार मंत्रीमंडल।
नियमानुसार मंत्रीमंडल का आकार सदन के कुल सदस्यों की संख्या के दस प्रतिशत से ज्यादा नहीं हो सकता। ऐसे में 70 विधायकों वाली दिल्ली विधानसभा के 7 विधायक मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। ऐसे में पिछली सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल कुछ मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है साथ ही कुछ युवा चेहरों को मंत्री बनाया जा सकता है।
अरविंद केजरीवाल( मुख्यमंत्री)
अरविंद केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। माना जा रहा है कि 14 फरवरी को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। ऐसे में वो एक बार फिर सीएम विदाउट पोर्टफोलियो यानी बगैर किसी मंत्रालय वाले मुख्यमंत्री होंगे। पिछली बार भी केजरीवाल ने कोई मंत्रालय अपने पास नहीं रखा था।
मनीष सिसौदिया( उप मुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण विभाग)
पिछली बार दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के रूप में कार्यकरने वाले मनीष सिसौदिया को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के साथ इस बार शिक्षा की जगह लोक निर्माण विभाग दिया जा सकता है। इसके साथ ही उन्हें उन सभी विभागों की जिम्मेदारी दी जा सकती है जो दिल्ली को वर्ल्ड क्लास सिटी में तब्दील करने के लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए जरूरी होंगे।
राघव चड्ढा( वित्त मंत्री)
करोल बाग सीट से जीत दर्ज करने वाले आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा को नया वित्तमंत्री बनाया जा सकता है। राघव चड्ढा सीए हैं और वित्तीय मामलों में जानकार हैं। उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की है। ऐसे में उन्हें ये बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
अतिशी(शिक्षा और महिला बाल विकास)
अतिशी को इस बार शिक्षा के साथ-साथ महिला बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है। शिक्षा मंत्री मनीष सिसौदिया के साथ वो जुड़ी रही हैं और शिक्षा विभाग के कार्यों से अच्छी तरह वाकिफ हैं। ऐसे में वो मंत्रिमंडल में महिला चेहरा भी होंगी। इसलिए महिला एवं बाल विकास की जिम्मेदारी बनने की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर हो सकती है।
सतेंद्र जैन( स्वास्थ्य विभाग)
सतेंद्र जैन को स्वास्थ्य मंत्री के रूप में बरकरार रखा जा सकता है। सतेंद्र जैन ने स्वास्थ्य मंत्री के रूप में अच्छा काम किया है। उनके रहते दिल्ली सरकार के अस्पतालों की दशा दिशा में व्यापक सुधार हुआ है। ऐसे में वो इसमें सुधार करने के लिए आगे काम करते रहेंगे।
राजेंद्र पाल गौतम( सामाजिक न्याय एवं एससीएसटी विभाग)
सतेंद्र पाल गौतम को कैबिनेट में एक बार फिर मौका मिल सकता है। वो एससी-एसटी समुदाय के प्रतिनिधि के रूप में कैबिनेट में शामिल होंगे। वर्तमान में वो सामाजिक न्याय, अनुसूचित जाति जनजाति और गुरुद्वारा प्रबंधन जैसे विभाग संभाल रहे हैं।
इमरान हुसैन( खाद्य आपूर्ति और पर्यावरण)
बल्लीमरान से विधायक निर्वाचित हुए इमरान हुसैन को अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिनिधि के रूप में कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। इमरान हुसैन को इस बार भी खाद्य आपूर्ति और पर्यावरण और चुनाव जैसे विभागों की जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालांकि मौजूदा चुनाव में पर्यावरण अहम मुद्दा रहा है ऐसे में उनसे ये जिम्मेदारी लेकर अतिशी को दी जा सकती है।
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