एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों खासे गरम हैं। मामला औरंगजेब की मजार से लेकर ज्ञानवापी मस्जिद का है। 16 मई को कोर्ट कमिश्ननर से ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे पूरा किया और जो जानकारी सामने आई उसके मुताबिक तहखाने में शिवलिंग मिला जिसकी हिफाजत की जिम्मेदारी अदालत ने आला अफसरों के साथ साथ सीआरपीएफ को सौंपी है। इन सबके बीच ओवैसी ने कहा कि कयामत तक ज्ञानवापी मस्जिद रहेगी। इसके साथ ही उन्होंने एक और बड़ी बात कही कि अगर इतिहास की बात करना है तो “बात निकली है तो दूर तलक जाएगी”।बेरोज़गारी, महंगाई, वग़ैरह के ज़िम्मेदार औरंगज़ेब ही हैं। प्रधान मंत्री मोदी नहीं, औरंगज़ेब ही हैं
'शिवलिंग नहीं फव्वारा'
ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में मिले शिवलिंग के दावे पर ओवैसी ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि यह एक फव्वारा है, 'शिवलिंग' नहीं। हर मस्जिद में यह फव्वारा है। कोर्ट के कमिश्नर द्वारा दावा क्यों नहीं उठाया गया? मौके को सील करने का आदेश 1991 अधिनियम का उल्लंघन है: एआईएमआईएम प्रमुख ए ओवैसी ने एक याचिकाकर्ता के दावे पर कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद में 'शिवलिंग' मिला है। वो कहते हैं कि एक तरह से मुस्लिम समाज को डराया धमकाया जा रहा है। आखिर वो दल कहां हैं जिन्हें मुसलमान सिर्फ और सिर्फ चुनाव के समय याद आते हैं। हकीकत में सभी दल अपने राजनीतिक मकसद को पूरा करने में जुटे हुए हैं।
महंगाई और बेरोजगारी से इतर ज्ञानवापी का मुद्दा ओवैसी की जुबां पर चढ़ा रहता है। उन्होंने कहा कि जब यह देश संविधान से चल रहा है तो सत्ता पक्ष के साथ साथ कई संगठन मनमर्जी क्यों कर रहे हैं। 1991 में जब साफ हो गया था कि अब जो भी धार्मिक संरचनाएं हैं और वो यथास्थिति में रहेंगी तो आखिर उस एक्ट की धज्जियां क्यों उड़ायी जा रही हैं।
ज्ञानवापी सर्वे पर असदुद्दीन ओवैसी का ट्वीट, कहा कयामत तक रहेगी ज्ञानवापी मस्जिद-VIDEO
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