नयी दिल्ली । असम बाढ से स्थिति गंभीर बनी हुयी है और करीब 27 लाख की आबादी प्रभावित हुई है । असम में बाढ़ जनित घटनाओं में तीन और लोगों की मौत हो गयी। असम में 33 जिलों में 27 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं । बारपेटा, कोकराझार और मोरिगांव से मौत के मामले सामने आए हैं । बाढ़ और भूस्खलन के कारण राज्य में इस साल 122 लोगों की मौत हुई है ।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल से बात की और राज्य के प्रभावित लोगों के प्रति एकजुटता प्रकट की ।
राष्ट्रपति ने सीएम सर्वानंद सोनोवाल से की बातचीत
सोनेवाल ने ट्वीट किया है, ‘‘महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने फोन पर राज्य में आयी बाढ़ सहित व्यापक हालात का जायजा लिया। मुझे उनके इस बयान से बहुत संबल मिला है कि पूरा देश इस वक्त असम के साथ है और मैं उनकी चिंताओं, सहयोग और मागदर्शन के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।’’
आज दिन में राष्ट्रपति भवन से राष्ट्रपति कोविंद ने बाढ़ और कोविड-19 राहत सामग्री से भरे रेड क्रॉस के नौ ट्रकों को असम, बिहार और उत्तर प्रदेश रवाना किया।
बाढ़ के समय एकजुट होकर काम करने की अपील
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, ‘‘प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता दर्शाते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि पूरा राष्ट्र आज मुश्किल वक्त से गुजर रहे असम के लोगों के साथ खड़ा है। उन्होंने आशा जतायी कि चुनौती भरा वक्त बीतेगा और जल्दी ही हालात सामान्य होंगे।’’फोन पर हुई बातचीत में सोनोवाल ने राष्ट्रपति को बताया कि बाढ़ के अलावा असम एक ही समय में कोरोना वायरस संक्रमण महामारी, भू-कटान, तूफान, भूस्खलन, अफ्रीकी स्वाई बुखार और तिनसुकिया जिले के बागजान तेल के कुएं में आग लगने की घटना से जूझ रहा है।’’मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति कोविंद को बताया कि बड़ी संख्या में लोग, गांव, फसलें और मवेशी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। सरकार सभी की मदद का हर संभव प्रयास कर रही है और बच्चों तथा बुजुर्गों का खास ख्याल रखा जा रहा है।
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