उत्तर प्रदेश के विकास के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को 'राहु-केतु' करार देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को आजमगढ़ के मतदाताओं से दोनों दलों से दूरी बनाए रखने का आग्रह किया और उनसे आजमगढ़ को 'आतंकवाद का अड्डा' नहीं बनने देने को कहा। बीजेपी उम्मीदवार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' के समर्थन के लिए आजमगढ़ के चक्रपानपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि सपा हो या बसपा, वे यूपी के विकास के लिए राहु और केतु हैं। वे विकास के लिए बुरे ग्रह हैं। आप उनसे जितना दूरी बनाए रखेंगे, विकास आपके करीब आता जाएगा। 23 जून को रामपुर के साथ आजमगढ़ में मतदान होगा।
मैनपुरी के करहल से 2022 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस सीट से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद आजमगढ़ में लोकसभा उपचुनाव कराना जरूरी हो गया।
योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर केंद्र की अग्निपथ योजना की प्रशंसा की और इसके लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया ने अग्निपथ योजना का स्वागत किया है, जबकि विपक्षी दलों ने युवाओं के जीवन के साथ खेलने की अपनी प्रकृति के कारण उन्हें गुमराह किया है। हम यूपी पुलिस और अन्य सेवाओं में अग्निवीरों को प्राथमिकता देंगे। ये युवा हमारे लिए वरदान साबित होंगे, जिनमें प्रशिक्षण, अनुशासन और प्रतिकूल समय में देश के प्रति (देशभक्ति की) भावना होगी।
उन्होंने मतदाताओं से जोरदार अपील करते हुए कहा कि आजमगढ़ को आतंकवाद का गढ़ न बनने दें। मैं यहां आजमगढ़ को आर्यमगढ़ बनाने और इसे विकास से जोड़ने आया हूं। इस अवसर (उपचुनाव) को व्यर्थ न जाने दें। समाजवादी पार्टी की सरकार ने आजमगढ़ को आतंकवाद का अड्डा बना दिया था। बसपा भी इससे खुद को अलग नहीं कर पाई। लेकिन, यह भाजपा की डबल इंजन सरकार थी, जिसने आजमगढ़ को विकास से जोड़ा।
रोजगार को लेकर प्रतिद्वंद्वियों पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले जब भी नौकरियों की घोषणा की जाती थी, तो पूरा कबीला वसूली के लिए सामने आता था। भगवान सभी को सैफई कबीले से बचाएं। हमने (भाजपा ने) 5 लाख सरकारी नौकरियां दी हैं। बहनजी के हाथी का पेट इतना बड़ा होता है कि वह कभी नहीं भरता। वह गरीबों का राशन और युवाओं का रोजगार भी खाता था। पिछली सरकारों पर तंज कसते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि आजमगढ़ (सपा और बसपा सरकारों के समय) के युवाओं के सामने पहचान का संकट था। सपा सरकार के समय जब आजमगढ़ के युवा देश में अन्य जगहों पर जाते थे तो उन्हें होटलों और धर्मशालाओं में कमरे नहीं मिलते थे।
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सीएम योगी ने कहा कि आजमगढ़ में आपने जिस व्यक्ति को चुना, उसने छोड़ दिया और गायब हो गए। हम मानते हैं कि अखिलेश जी विधायक बन गए हैं, और वह आजमगढ़ नहीं छोड़ेंगे क्योंकि यह संकट काल में उनके साथ खड़ा था। हालांकि स्थानीय कार्यकर्ता (सपा के) आशंकित थे कि वह उन्हें धोखा देगा।
सपा पर उपचुनाव टिकट के दावेदारों को ठगने का आरोप लगाते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि जब चुनाव टिकट देने की बात आई तो मैंने सोचा था कि समाजवादी पार्टी राम दर्शन यादव जैसे कार्यकर्ता को मौका जरूर देगी। लेकिन, एक बार फिर सैफई खानदान सामने आया। बसपा प्रत्याशी (शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली) को भी सपा ने धोखा दिया। वह (शाह आलम) सपा के पास गए थे, लेकिन उन्हें टिकट से वंचित कर दिया। ऐसा इसलिए है क्योंकि धोखा देना समाजवादी पार्टी के स्वभाव में है।
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