चोट्टानिक्कारा मंदिर : छोटी-मोटी रकम नहीं 700 करोड़ रु. का दान देगा यह भक्त, बताया मंदिर दर्शन के बाद क्या हुआ

बेंगलुरु के एक गोल्ड बिजनेसमैन ने चोट्टानिक्कारा मंदिर को रेनोवेट करने और मंदिर में बेहतरीन सुविधाओं की व्यवस्था के लिए 700 करोड़ रुपए का महा दान देने पर विचार कर रहा है।

700 crore donation for Chottanikkara temple
तस्वीर के लिए साभार (विकीपीडिया) 
मुख्य बातें
  • चोट्टानिक्कारा मंदिर के रेनोवेशन के लिए एक कारोबारी 700 करोड़ रु. का देगा दान
  • इस दान से कई कार्य संपन्न किए जाएंगे
  • चोट्टानिक्कारा मंदिर को अंतरराष्ट्रीय तीर्थ के तौर पर विकसित करने पर चल रहा विचार

नई दिल्ली:  देश में मंदिरों को दान देने की प्रथा सदियों से चली आ रही है राजा-महाराजाओं से लेकर बड़े-बड़े उद्योगपति भी मंदिरों को समय-समय पर दान करते रहते हैं। लेकिन आज हम एक ऐसे व्यक्ति की बात कर रहे हैं जिसने कोच्चि के चोट्टानिक्कारा मंदिर को एक,दो करोड़ नहीं बल्कि पूरे 700 करोड रुपए का दान करने पर विचार कर रहा है। 

बेंगलुरू स्थित सोने के व्यापारी गंगा श्रवण ने मंदिर को सात सौ करोड़ रुपए का दान करेगा जो रिनोवेशन में खर्च किए जाएंगे। उनका कहना है कि बीते कुछ सालों में मुझे अपने बिजनेस में काफी नुकसान हो रहा था लेकिन जब मैंने इस मंदिर में आकर देवी मां चोट्टानिकारा की पूजा की तब से मेरे बिजनेस में मेरी अपेक्षाओं से कही ज्यादा फायदा होने लगा। इसीलिए अपने गुरु की बात मानकर मैंने माता चोट्टानिकारा के मंदिर को सात सौ करोड़ रुपए दान करने का फैसला किया है।

अंतरराष्ट्रीय तीर्थ केंद्र में बदलने का चल रह विचार

इस पैसे से मंदिर को एक अंतरराष्ट्रीय तीर्थ केंद्र के रूप में बदलने का विचार भी चल रहा है। साथ ही साथ इस पैसे से मंदिर में और भी कई काम किए जाएंगे। जैसे, मंदिर के गर्भ गृह को सोने के प्लेटों से ढकने का काम होगा, 500 बेड वाले एक सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल का निर्माण किया जाएगा। इस अस्पताल में सभी का मुफ्त इलाज होगा चाहे वह किसी भी जाति, धर्म या पंथ के हों। लगभग 300 कमरों वाले 7 वीआईपी गेस्ट हाउस बनाने की भी योजना भी है और साथ में एक वृद्ध आश्रम भी बनाया जाएगा जिसमें कम से कम 200 लोगों के रहने की क्षमता हो। उसके साथ 5000 बच्चों के लिए एक अनाथालय और एक ऑडिटोरियम का भी निर्माण किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हमने कोचीन देव स्वाम बोर्ड के साथ चर्चा के बाद यह फैसला लिया है कि इस निर्माण कार्य में सीडीबी, गणेश श्रवण और अजीत एसोसिएट्स मिलकर संयुक्त रूप से परियोजना का निष्पादन करेंगे। वहीं अजीत एसोसिएट के अध्यक्ष वी आर अजीत ने कहा कि हम पिछले 1 साल से सीडीबी के अधिकारियों से बातचीत कर रहे थे। सीडीबी के सदस्य शिवराजन ने कहा कि हम सीडीबी, गणेश और अजीत के स्वामित्व वाली कंपनी स्वामी जी ग्रुप ऑफ कंपनी के बीच समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।  गौर हो कि केरल हाईकोर्ट की देवस्वाम पीठ से मंजूरी मिलने के बाद नवीनीकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि जनवरी 2021 से काम शुरू हो जाएगा और पूरी परियोजना 6 साल के भीतर पूरी हो जाएगी।

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