बिहार में राष्ट्रीय जनता दला (राजद) के नेता और विस में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि राय ने उनसे राजद में जाने की इच्छा जताई थी। मंत्री बनने से पहले उन्होंने आरजेडी में जाने के लिए लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे से कहा था।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सोमवार (18 जुलाई, 2022) को राजधानी पटना में पूर्व डिप्टी सीएम यादव ने बताया- राय ने मुझ से मुलाकात की। उन्होंने इस दौरान राजद में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की। ऐसा इसलिए, क्योंकि उन्होंने मंत्री बनने से पहले हमें उन्हें पार्टी में लेने के लिए कहा था। यह भी कहा कि उनका वहां रहने का मन नहीं है।
मूल रूप से बिहार के हाजीपुर से ताल्लुक रखने वाले नित्यानंद राय फिलहाल केंद्र सरकार में गृह राज्य मामलों के मंत्री हैं। उनकी ओर से खबर लिखे जाने तक इस दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, बिहार बीजेपी के प्रवक्ता और पार्टी के ओबीसी मोर्चा में राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “उनका (राय) बढ़ता कद तेजस्वी और उनके परिवार के लिए परेशानी का कारण बन रहा है, इसलिए वे चरित्र हनन में लिप्त हैं।"
बकौल आनंद, 'लालू प्रसाद के परिवार की हमेशा से राय या किसी अन्य यादव नेता को बदनाम करने की आदत रही है। करीबी सहयोगी और पूर्व सांसद रंजन यादव और मौजूदा पाटलिपुत्र सांसद राम कृपाल यादव से लालू ने उनके साथ बदसलूकी की। तेजस्वी, नित्यानंद के बारे में जो कह रहे हैं, वह राय के खिलाफ एक छलावा और बदनाम करने वाला अभियान है।
दरअसल, राय ने हमेशा खुद को यादव बहुल हाजीपुर से लालू की राजनीति के प्रतिवाद के रूप में पेश किया है। राय भी हाल ही में 2025 के लिए राज्य भाजपा के संभावित सीएम चेहरे के रूप में खुद को पेश कर रहे थे। वैसे, भाजपा- जेडी(यू) के तल्ख रिश्तों को देखते हुए उन्हें केंद्रीय भाजपा नेताओं की सफाई (नीतीश कुमार बिहार में एनडीए के नेता थे) के बाद अपना रुख वापस लेना पड़ा था।
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