पटना: बिहार में बाढ़ आपदा से निपटने के लिए इस समय एनडीआरएफ की कुल 23 टीमें राज्य के 14 जिलों सारण, पूर्वी चम्पारण, दरभंगा, समस्तीपुर, गोपालगंज, कटिहार, किसनगंज, अररिया, सुपौल, मधुबनी, पश्चिम चम्पारण, सिवान, वैशाली व मुजफ्फरपुर जिलों में राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। एनडीआरएफ ने बाढ़ में फंसे 11 हजार से ज्यादा लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है।
पटना के बिहटा स्थित 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि बाढ़ बचाव ऑपेरशन इस समय मुख्यत: सारण और दरभंगा जिलों में एनडीआरएफ टीमों द्वारा चलाया जा रहा है।उन्होंने कहा, अब तक बिहार राज्य के विभिन्न जिलों में प्रशासन के सहयोग से रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने लगभग ग्यारह हजार सात सौ बाढ़ आपदा में फंसे लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार की देर रात मोतिहारी में तैनात 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर बंजरिया प्रखंड के बाढ़ग्रस्त सिसवनिया गांव से एक बीमार शिशु को उसके परिजनों के साथ सुरक्षित निकालकर अस्पताल तक पहुंचाया।
एनडीआरएफ टीमें बाढ़ग्रस्त इलाकों में सिविल मेडिकल टीमों को भी मोटर बोट से पहुंचाने में मदद कर रही हैं, जिससे जरूरतमंद लोगों को उचित चिकित्सा सुविधा मुहैया किया जा सके। उन्होंने आगे दावा करते हुए बताया कि हमारे एनडीआरएफ के बचावकर्मी स्थानीय प्रशासन के समन्वय से बाढ़ आपदा में फंसे लोगों की सहायता के लिए दिन-रात तत्पर व तैयार हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को विभिन्न जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों एवं तटबंधों का हवाई सर्वेक्षण किया।मुख्यमंत्री ने समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया भागलपुर, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, मधुबनी और दरभंगा के बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया।इस दौरान मुख्यमंत्री ने कटिहार और भागलपुर जिलों में कई बांधों और सुरक्षात्मकों कार्यो का भी हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री ने पूर्णिया के चूनापुर हवाईअड्डा के कॉन्फ्रेंस हॉल में पूर्णिया प्रमंडल की आयुक्त एवं जिलाधिकारी के साथ संभावित बाढ़ एवं कोरोना संक्रमण की समीक्षा बैठक की तथा कई आवश्यक निर्देश दिए।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी इस क्षेत्र में नदियों का जलस्तर कम है, लेकिन बाढ़ की संभावना सितंबर माह तक बनी रहेगी। इसके लिए पूरी तैयारी एवं सतर्कता बनाए रखें। उन्होंने अधिकारियों को जिलों में संभावित बाढ़ वाले क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की जांच में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। पूर्णिया के बाद मुख्यमंत्री ने सुपौल के वीरपुर पहुंचकर कोसी नदी के पूर्वी तटबंध का निरीक्षण किया। तटबंध के स्पर संख्या-10 पिपराही, वीरपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बाढ़ से बचाव को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर संबंधित विभागीय अधिकारियों से चर्चा की और कई आवश्यक निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सभी स्पर एवं तटबंध का नियमित निरीक्षण करते रहने के निर्देश दिए।
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