पटना: बिहार की राजधानी पटना में पिछले 3-4 दिनों से हो रही बारिश से हाल बेहाल है। पूरा शहर पानी में डूब गया है। बचाव कार्य जारी है। इस बीच बिहार सरकार ने भारतीय वायु सेना (IAF) से मदद मांगी है। सरकार ने वायु सेना से दो हेलीकॉप्टर पटना के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में खाने के पैकेट और दवाइयां लोगों तक पहुंचाने और उन्हें रेस्क्यू करने के लिए मांगे हैं। वहीं बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, अब तक राज्य में बारिश के कारण 29 लोगों की मौत हो चुकी है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 19 टीमों को बिहार के प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है। आवश्यक वस्तुओं की कमी के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है क्योंकि अधिकांश दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। शहर के कुछ इलाकों में भारी बारिश और जलभराव के कारण बिजली कटौती भी हो रही है।
मौसम विभाग ने सोमवार को भी बिहार में भारी बारिश के पूर्वानुमान के साथ रेड अलर्ट जारी किया है। गृह मंत्रालय बिहार की स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है।
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और दो पूर्व मुख्यमंत्रियों सतेंद्र नारायण सिंह और जीतन राम मांझी के घरों में भी पानी घुस गया। बारिश की वजह से ट्रेनों की आवाजाही, सड़क परिवहन और विमान के संचालन पर असर पड़ा है। लंबी दूरी की 12 ट्रेनों और कई यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। गंगा, कोसी, गंडक, बागमती, महानंदा जैसी बड़ी नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे कई जगहों पर बांध टूटने का खतरा पैदा हो गया है।
राजधानी पटना में शनिवार से 151 मिलीमीटर की बारिश हुई है, जोकि हाल के वर्षो में एक रिकॉर्ड है। पटना में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और यहां हर जगह पानी दिखाई दे रहा है। लोगों को अपने घरों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है, क्योंकि अधिकतर संकरी गलियां पानी से भरी हुई हैं। लोगों की मदद के लिए कई जगहों पर नौकाओं की तैनाती की गई है।
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