Birbhum Violence: बीरभूम जिले के रामपुरहाट में गत 22 मार्च को हुई आगजनी की घटना पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है। कमेटी ने अपनी इस रिपोर्ट में कई सनसनीखेज दावे किए हैं। कमेटी की इस रिपोर्ट की एक कॉपी टाइम्स नाउ नवभारत के हाथ लगी है। इस रिपोर्ट में ममता सरकार पर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। कमेटी का कहना है कि बंगाल सरकार हिंसा का सच सामने नहीं आने दे रही है। यह हिंसा सुनियोजित, पुलिस एवं प्रशासन के संरक्षण में हुई। बगतूई गांव में हुए इस 'नरसंहार' में पूरा प्रशासनिक अमला शामिल था। बंगाल में माफिया-टीएमसी की मिलीभगत है। रिपोर्ट का दावा है कि आग से बचने के लिए भागने वाले लोगों को पकड़कर हत्या की गई।
बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमराई-रिपोर्ट
रिपोर्ट में ममता सरकार पर अंगुली उठाते हुए कहा गया है कि बंगाल में प्रशासन एवं सरकार के साथ मिलीभगत कर माफिया शासन कर रहे हैं। राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, 'लोगों को अपनी जान गंवाने का डर है। इस भय से स्थानीय लोग अपना घर छोड़कर जा चुके हैं।' रिपोर्ट में कहा गया है कि एनएचआरसी, एनसीडब्ल्यू एवं एनसीडब्ल्यूसीआर को बगतुई गांव का दौरा कर लोगों में व्याप्त डर को खत्म करना चाहिए। बता दें कि आगजनी की इस घटना में नौ लोगों की जलकर मौत हुई है।
बंगाल के अलावा कहीं और राजनीतिक हिंसा नहीं-रूपा गांगुली
भाजपा सांसद रूपा गांगुली ने कहा कि बंगाल को छोड़कर किसी राज्य में राजनीतिक हिंसा नहीं होती। बंगाल में लोगों को पकड़कर मारा जाता है। मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट संसद में भी आनी चाहिए।
सीबीआई कर रही है घटना की जांच
बीरभूम के रामपुरहाट में हुई आगजनी की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। यहां टीएमसी नेता की हत्या होने के बाद उग्र भीड़ ने कई घरों में आग लगा दी। आग की इस घटना में महिलाओं-बच्चे सहित आठ लोगों की जलकर मौत हो गई। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस घटना की जांच अपने हाथ में ली है। इस त्रासदपूर्ण घटना के बाद बंगाल की ममता सरकार भाजपा सहित विपक्ष के निशाने पर आ गई हैं।
बीरभूम हिंसा: बैकफुट पर ममता बनर्जी ! जानें कैसे बनी 10 साल की सबसे बड़ी चुनौती
विधानसभा में सोमवार को हुआ हंगामा
रामपुरहाट हिंसा मामले को लेकर पश्चिम बंगाल विधानसभा में सोमवार को भारी हंगामा देखने को मिला। भाजपा विधायक रामपुरहाट हिंसा पर विधानसभा में चर्चा कराने एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की मांग कर रहे थी जिस पर टीएमसी के विधायक भड़क गए और टीएमसी के कुछ विधायकों ने पार्टी के चीफ व्हिप मनोज तिग्गा का कॉलर पकड़ा और उन्हें घसीटा।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।