कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अगले साल 2021 में संपन्न होना है। लेकिन सियासी पिच पर गुगली और बाउंसर फेंके जा रहे हैं। वार और प्रतिवार के बीच बीजेपी और टीएमसी एक दूसरे के आमने सामने हैं। विश्वभारती विश्वविद्यालय में पीएम मोदी ने जब संबोधन किया तो टीएमसी की तरफ से प्रतिवाद किया गया। टीएमसी ने कहा कि एक तरफ बीजेपी बंगाली समाज के इज्जत की बात करती है तो दूसरी तरफ बंगाली भद्र पुरुष का अपमान करती है। इन सबके बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने निशाना साधा।
नबना में बैठेगा बीजेपी का सीएम
दक्षिण 24 परगना की रैली में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि अगले 4-5 महीनों में, भाजपा का एक मुख्यमंत्री नबना भवन में बैठेगा। अगर वे इसे पचा नहीं पाते हैं, तो मैं उन्हें कुछ होम्योपैथिक दवा देने का सुझाव देता हूं। पश्चिम बंगाल में एक रैली में हम सभ्य लोग हैं जो राजनैतिक मामलों का नागरिक तरीके से संचालन करने में विश्वास करते हैं। लेकिन हमारे हाथ और पैर कार्यात्मक हैं और अगर हम उनका उपयोग करने के लिए मजबूर हैं, तो हम इस तरह से जवाबी कार्रवाई करेंगे कि उनके घावों के लिए पर्याप्त पट्टियाँ न हों।
ममता बनर्जी पर पीएम ने भी साधा था निशाना
टीएमसी का कहना है कि किस तरह से बंगाल में बाहर के लोग उत्पात मचा रहे हैं, बंगाल के माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है। इस तरह के आरोपों के साथ सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि वो गुजरात नहीं बनने देंगी। हालांकि इस तरह के आरोप पर बीजेपी ने बयान दिया कि सही बात ममता तो यही चाहती हैं कि बंगाली समाज पिछड़ेपन का शिकार रहे। जम्मू-कश्मीर के लोगों को जन स्वास्थ्य बीमा का तोहफा देते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि सिर्फ एक जगह जहां यह योजना लागू नहीं की जा सकती है वो तो सिर्फ बंगाल है।
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