हैदराबाद में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सफल आयोजन के बाद, बीजेपी ने मिशन "2024 "को सफल बनाने के लिए एक और बड़ा गेम प्लान तैयार किया है और इस बार जगह बिहार की राजधानी पटना को चुना गया है। 30 और 31 जुलाई को बीजेपी पटना में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। इस कार्यक्रम के बिहार की सियासत में कई मायने हैं।
जे पी नड्डा करेंगे उद्घाटन
बीजेपी की कार्यपद्धति को देखें तो ऐसा पहली बार होगा जब भारतीय जनता पार्टी के सभी 7 मोर्चो की संयुक्त बैठक 30 जुलाई को पटना में होगी.. इस बैठक में देश भर से लगभग 700 सौ जमीनी कार्यकर्ताओं को पटना पहुचने का आदेश दिया जा चुका है.. इस कार्यक्रम का उद्घाटन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे।
कार्यकर्ताओं से 200 विधानसभाओं में प्रवास की अपील
इस बैठक से ठीक पहले सभी कार्यकर्ताओं को बिहार की 200 विधानसभाओ में रात्रि प्रवास करने को कहा गया है यानी 48 घन्टे तक बिहार की अलग अलग 200 विधानसभा में बीजेपी के कार्यकर्ता, ज़मीनी नेताओं से मुलाकात करेंगे, साथ ही बूथ लेवल की मीटिंग आयोजित की जाएगी। केंद्र सरकार की सभी योजनाओं के बारे में इन कार्यक्रमों में नेताओं को बताने के लिए कहा गया है...बीजेपी 10 साल बाद इतना बड़ा कार्यक्रम पटना में आयोजित करने जा रही है लेकिन इस कार्यक्रम के मायने बहुत अहम है , क्या बीजेपी ये संकेत देने जा रही है की वो अपने दम पर बिहार में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है क्योंकि पिछले चुनाव में बीजेपी ने बड़े भाई भूमिका हासिल पहले ही कर ली है .
कार्यक्रम का अमित शाह करेंगे समापन
इस कार्यक्रम की महत्ता का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं की इस कार्यक्रम का समापन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह खुद पटना पहुँच कर 31 जुलाई को करेंगे। युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा, किसान मोर्चा, SC , ST मोर्चा, इन सभी मोर्चो के राष्ट्रीय पदाधिकारी , जेपी नड्डा और अमित शाह के साथ मंथन कर बीजेपी के मिशन 200 को कामयाब बनाने का मंत्र लेंगे।
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