नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता अक्सर ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हैं। लेकिन आज की तस्वीर थोड़ी अलग है, टीएमसी छोड़कर बीजेपी का हिस्सा बने विधायक देवेंद्र नाथ रे अब इस दुनिया में नहीं है। अपने गांव वाले घर पर वो मृत अवस्था में मिले। पुलिस के मुताबिक उन्होंने आत्महत्या की है, लेकिन बीजेपी का कहना है कि यह एक पोलिटिकल मर्डर है, बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को चुन चुन कर मारा जा रहा है। बीजेपी विधायक की हत्या के विरोध में कार्यकर्ता सड़कों पर हैं और मंगलवार को 12 घंटे का बंद बुलाया है।
सीबीआई जांच की मांग
बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि वो गृहमंत्री से मिलकर सीबीआई जांच की मांग करेंगे। इसके साथ ही अगर राष्ट्रपति मिलने का मौका देते हैं तो वो ममता सरकार में अराजकता के बारे में जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से बीजेपी विधायक की हत्या की गई है। बंगाल में विपक्ष के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है और बीजेपी के नेता तो खासतौर पर निशाने पर हैं।
सड़कों पर उतरे बीजेपी कार्यकर्ता
बीजेपी का कहना है कि ममता बनर्जी सरकार वर्षों से बदले की राजनीति कर रही है। अगर कोई शख्स जो उनके विचारों से प्रभावित नहीं है तो उसे निशाना बनाया जा रहा है। देवेंद्र नाथ रे की हत्या उसका एक उदाहरण है। जब उन्हें टीएमसी की चाल छाल पसंद नहीं आई तो उन्होंने किनारा कर लिया। लेकिन ममता बनर्जी को यह बात हजम नहीं हुई। आज बंगाल में विरोधियों के साथ हिंसा का नंगा नाच खेला जा रहा है।
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