प्रवासी मजदूरों की दशा पर भड़कीं मायावती, कहा-केंद्र और राज्य सरकारों का रवैया ठीक नहीं

देश
आलोक राव
Updated May 08, 2020 | 14:45 IST

BSP supremo Mayawati on migrant workers: देश भर में फंसे प्रवासी मजदूरों को अपने गृह राज्य जाने के लिए सरकार ने लॉकडाउन के नियमों में छूट दी है। इसके बाद से राज्य सरकारें अपने नागरिकों को निकाल रही हैं।

BSP supremo Mayawati says Centre and State Governments are not treating well to migrant workers 
प्रवासी मजदूरों की दशा पर मायावती ने जताई नाराजगी।  |  तस्वीर साभार: Times Now
मुख्य बातें
  • अलग-अलग राज्यों से अपने नागरिकों एवं प्रवासी मजदूरों को निकाल रहीं राज्य सरकारें
  • राज्यों से प्रवासी मजदूरों को निकालने के लिए सरकार चला रही विशेष श्रमिक ट्रेनें
  • मायावती ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं कर रही सरकारें

नई दिल्ली : देश भर में प्रवासी मजदूरों की हो रही परेशानी पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने नाराजगी जताई है। मायावती का कहना है कि लॉकडाउन में फंसे मजदूरों के साथ केंद्र और राज्य सरकारें अच्छा बर्ताव नहीं कर रही हैं और यहां तक कि उनके भोजन एवं रहने की उचित व्यवस्था नहीं की जा रही है। बसपा सुप्रीमो प्रवासी मजदूरों की हालत पर पहले भी चिंता जाहिर कर चुकी हैं। 

मायावती ने शुक्रवार को कहा, 'प्रवासी मजदूर मुसीबत में हैं। केंद्र और राज्य सरकारें उनके साथ जैसा बर्ताव कर रही हैं वह बहुत गलत है। यहां तक कि उनके लिए उचित भोजन एवं रहने की व्यवस्था नहीं की जा रही है।'

प्रवासी मजदूरों को निकालने की सरकार ने दी है छूट
बता दें कि देश भर में फंसे प्रवासी मजदूरों को अपने गृह राज्य जाने के लिए सरकार ने लॉकडाउन के नियमों में छूट दी है। इसके बाद से राज्य सरकारें अलग-अलग प्रदेशों में अपने नागरिकों को निकाल रही हैं। कुछ राज्य सरकारों ने पहले बसों के जरिए अपने नागरिकों को वापस बुलाया तो कुछ ने केंद्र सरकार से विशेष ट्रेनें चलाए जाने की मांग की। राज्य सरकारों के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने रेलवे को विशेष श्रमिक ट्रेनें चलाए जाने की अनुमति दी। अब अलग-अलग राज्यों से श्रमिक ट्रेनें मजदूरों को लेकर उनके गृह राज्य रवाना हो रही हैं। 

पैदल रवाना होने लगे हैं मजदूर
इन सबके बीच कई राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों का धैर्य जवाब देने लगा है। महाराष्ट्र में गुरुवार को बड़ी संख्या में यूपी के प्रवासी मजदूर यूपी के लिए रवाना हुए। महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश के लिए पैदल निकले प्रवासी मजदूरों के साथ औरंगाबाद के समीप एक दुखद दुर्घटना भी हुई। यहां थकान मिटाने के लिए मजदूर रेलवे की पटरी पर सो गए। इसी बीच वहां से एक मालगाड़ी गुजरी और इसकी चपेट में आने से 16 मजदूरों की मौत हो गई।

घर पहुंचने की दिखने लगी छटपटाहट
अपने गृह राज्य जाने के लिए प्रवासी मजदूरों में छटपटाहट देखी जा रही है। शुक्रवार को ट्रेन पकड़ने के लिए प्रवासी मजदूर कर्नाटक के मंगलोर स्टेशन पर जमा हो गए। यहां किसी ने अफवाह फैला दी कि ट्रेन सेवा शुरू हो रही है। हालांकि,पुलिस ने किसी तरह यहां स्थिति नियंत्रण में किया। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के आसनसोल में बिहार, झारखंड और यूपी के मजदूरों ने प्रदर्शन किया। यहां प्रवासी मजदूरों का कहना है कि पश्चिम बंगाल सरकार की अनुमति होने के बावजूद झारखंड पुलिस उन्हें सीमा पार करने नहीं दे रही है।

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