Imran Khan Necklace Case: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी जाते ही उनके कारनामे भी सामने आने लगे हैं। उन पर आरोप है कि प्रधानमंत्री रहते हुए, उन्होंने तोहफे में मिले बेशकीमती हार को सरकारी तोशाखाना में जमा करने के बजाय अपने एक करीबी के जरिए एक ज्वैलर्स को बेचवा दिया । और इसके बदले में उसे 18 करोड़ रुपये मिले थे। अब इस पूरे मामले पर पाकिस्तान की शीर्ष जांच एजेंसी (फेडरल इनवेस्टिगेशन एजेंसी) ने इमरान खान के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। इमरान की यह हरकत निश्चित तौर पाकिस्तान के लिए शर्मिंदगी का सबब बनेगी।
वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस तरह के गिफ्ट की ई-नीलामी कर नई परंपरा बनाई है। वह नीलामी से मिले पैसे का इस्तेमाल सरकार की योजनाओं में करते आए हैं। मसलन सितंबर में हुई नीलामी से मिले पैसे का इस्तेमाल नमामि गंगे प्रोजेक्ट इस्तेमाल करने की बात कही गई थी। जो कि निश्चित तौर पर भारत की एक अलग छवि पेश करता है।
राष्ट्राध्यक्षों को मिलते हैं गिफ्ट
ये वहीं इमरान है जो सत्ता में आने पर फिजूल खर्ची रोकने का दावा कर रहे थे और वह पाकिस्तान प्रधानमंत्री आवास की कारें, और जानवरों की नीलामी कर रहे थे, लेकिन तीन साल बाद वह चोरी जैसे आरोपों से घिर गए हैं। ऐसे में साफ है कि उन पर आने वाले दिनों में कानूनी शिकंजा कसेगा।
असल में किसी भी देश के राष्ट्राध्यक्ष जब दूसरे देश जाते हैं तो उन्हें राष्ट्राध्यक्षों से गिफ्ट मिलते हैं। इमरान खान को भी ऐसे ही गिफ्ट मिले थे। जिस तरह इमरान खान को ऐसे गिफ्ट मिले थे, ऐसे ही गिफ्ट भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मिलते हैं। लेकिन वह इन गिफ्टों का इस्तेमाल देश के लिए इस्तेमाल करते आए हैं। मसलन वह इन गिफ्टों की नीलामी कर उससे मिली राशि को सरकार की योजनाओं में इस्तेमाल करते आए हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी गिफ्ट का ऐसे करते हैं इस्तेमाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्राध्यक्षों और दूसरे लोगों से मिले गिफ्ट की आम तौर पर नीलामी करते हैं। इसके लिए pmmementos.gov.in बकायदा वेबसाइट बनाई गई है। जहां पर पीएम मोदी को मिले गिफ्ट की ई-नीलामी की जाती है। इसे आम आदमी भी खरीद सकते हैं।
नरेंद्र मोदी ने अपने जन्म दिन के मौके पर बीते 17 सितंबर 2021 में गिफ्ट में उत्पादों की नीलामी की थी। इस मौके पर ओलंपिक में गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा का गोल्डेन भाला, कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम की स्टिक, अयोध्या में बन रहे राम मंदिर मॉडल सहित 1000 से ज्यादा आयटम की नीलामी की गई थी। जिससे मिली राशि को नमामि गंगे प्रोजेक्ट में इस्तेमाल करने का प्रावधान किया गया। इसी तरह सितंबर 2019 में 2700 से ज्यादा आयटम की नीलामी की गई। नीलामी से मिली राशि को भी नमामि गंगे योजना में इस्तेमाल किया गया था।
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इमरान की हरकत बनेगी शर्मिंदगी !
पाकिस्तान के एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सरकार के नियम के अनुसार, गिफ्ट को सरकारी तोशाखाने में जमा करना होता है। लेकिन इमरान खान ने हार को अपने पूर्व विशेष सहायक जुल्फिकार बुखारी को दे दिया, जिन्होंने उसे लाहौर में एक सर्राफ को 18 करोड़ रुपए में बेच दिया। इमरान खान को यह नेकलस या हार एक खाड़ी देश के शासक ने गिफ्ट किया था । इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी ने इसे बेचने के लिए दिया। जबकि नियम यह है कि या तो गिफ्ट को तोशखाने में जमा कराया जाय या फिर उसकी आधी रकम जमा कर व्यक्गित इस्तेमाल के लिए खरीद लिया जाय। लेकिन रिपोर्ट के अनुसार इमरान ने इसके बदले आधी रकम की बजाय बहुत थोड़ी रकम जमा कराई।
दूसरी ओर जुल्फिकार बुखारी ने नेकलेस बेचने के आरोप से इनकार किया है और इसे बेबुनियाद खबर बताया है। आने वाले समय में इमरान खान पर क्या कानूनी शिकंजा कसेगा यह तो वक्त बताएगा लेकिन इन आरोपों ने पाकिस्तान पर शर्मिंदगी का एक और ठप्पा लगा दिया है।
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