नई दिल्ली : आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के जजों के खिलाफ कथित अपमानजनक पोस्ट्स के सिलसिले में CBI ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश एन वी रमना की उस टिप्पणी के बाद हुई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि एजेंसियां उस वक्त 'कार्रवाई' नहीं करती हैं, जब निचली अदालत के जज धमकियों को लेकर शिकायत करते हैं।
आपत्तिजनक पोस्ट्स को लेकर आंध्र प्रदेश अदालत की शिकायत दो साल पुरानी है। बताया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज किया था और तीन लोगों को तब गिरफ्तार किया था। इस मामले में अब दो अन्य लोगों की गिरफ्तारी की बात सामने आ रही है, जिनमें से एक के बारे में कहा जा रहा है कि वह हाल ही में कुवैत से लौटा है।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की टिप्पणी उस वक्त आई, जब वह झारखंड जिला जज की हाल ही में हुई हत्या के मामले की सुनवाई कर रहे थे। उन्होंने नाराजगी के साथ कहा था, 'सीबीआई ने कुछ नहीं किया। हमें उम्मीद थी कि CBI के रवैये में कुछ बदलाव आएगा, लेकिन कोई परिवर्तन नहीं आया।' इसके साथ ही उन्होंने जजों की सुरक्षा को लेकर लंबित याचिका पर केंद्र से जवाब भी मांगा था।
चीफ जस्टिस एन वी रमना ने कहा था कि जज जब CBI और खुफिया ब्यरो (IB) से धमकियों को लेकर शिकायत करते हैं तो वे उस दिशा में कार्रवाई नहीं करते। उन्होंने कड़े लहजे में कहा था कि जांच एजेंसियों का सहयोग नहीं मिलता।
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