केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को छह राज्यों में छापेमारी की और जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों पर दो प्राथमिकी दर्ज कीं। लगभग छह महीने पहले जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक जनसभा में आरोप लगाया था कि उन्हें दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की गई थी। ये फाइलें राज्य में किरू जलविद्युत परियोजना से संबंधित सरकारी कर्मचारियों के लिए समूह चिकित्सा बीमा योजना से संबंधित थीं।
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपों की प्रारंभिक जांच के बाद उन्होंने मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की हैं और छह राज्यों में 14 स्थानों पर छापेमारी की गई है। अधिकारी ने कहा कि छापेमारी के दौरान एक सेवारत आईएएस अधिकारी और चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (CVPPPL) के तीन पूर्व अधिकारियों के परिसरों की तलाशी ली गई।
उन्होंने कहा कि हमने जम्मू, श्रीनगर, दिल्ली, मुंबई, नोएडा, त्रिवेंद्रम (केरल), दरभंगा (बिहार) सहित 14 स्थानों पर निजी कंपनियों, तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन एमडी, सीवीपीपीपीएल के निदेशकों सहित आरोपी के परिसरों में तलाशी ली।
केंद्र पर फिर बरसे राज्यपाल सत्यपाल मलिक, बोले- सत्ता बदलने के लिए एकजुट हों किसान
ये हैं मामले
सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर सरकार के अनुरोध पर कदाचार के आरोपों पर दो अलग-अलग मामले दर्ज किए। पहला जम्मू-कश्मीर कर्मचारी स्वास्थ्य देखभाल बीमा योजना का अनुबंध एक निजी कंपनी को देने और वर्ष 2017-18 में 60 करोड़ (लगभग) रुपए जारी करने के मामले में। एक और प्राथमिकी वर्ष 2019 में एक निजी फर्म को किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट (HEP) के सिविल कार्यों के 2200 करोड़ रुपए (लगभग) का अनुबंध देने के लिए की गई।
सत्यपाल मलिक के आरोपों की होगी सीबीआई जांच, 300 करोड़ की रिश्वतखोरी के लगाए थे आरोप
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।