नई दिल्ली : अफगानिस्तान में चीन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने बड़ी बात कही है। जनरल रावत ने आगाह करते हुए कहा है कि चीन बहुत आक्रामक हो रहा है और ईरान एवं तुर्की के साथ दोस्ताना रिश्ता कायम करने के बाद वह जल्द ही अफगानिस्तान में उतर जाएगा। सीडीएस ने बुधवार को कहा कि ऐसे में दो पड़ोसी दुश्मन देशों से निपटने के लिए भारत को एक एकीकृत राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश की सभी सुरक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक 'रॉकेट फोर्स' बनाने के बारे में सोचा जा रहा है।
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में एक कार्यक्रम में शरीक होते हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ ने कहा कि 'चीनी सभ्यता पश्चिमी मुल्कों का मुकाबला करने के लिए इस्लामी सभ्यता के साथ हाथ मिला लेगी।' रावत ने सैमुअल हंटिंग्टन की पुस्तक 'क्लैश ऑफ सिविलाइजेशन' का हवाला देते हुए यह बात कही। उन्होंने आगे कहा, 'ऐसा होना जा रहा कि नहीं, इस बारे में समय ही बताएगा। लेकिन एक बात जो देखने में आ रही है है, वह यह है कि चीनी और इस्लामी सभ्यता करीब आ रही हैं। आप देख सकते हैं कि चीन अब ईरान में अपने दोस्त बना रहा है। वह तुर्की के साथ आ रहा है। उसका प्रभाव अफगानिस्तान में भी देखा जा रहा है। इसे देखते हुए समझा जा सकता है कि चीन बहुत जल्द अफगानिस्तान में दखल देना शुरू कर देगा।'
इस बात का जिक्र करते हुए कि दुनिया ने जितना सोचा था उससे कम समय में ही चीन ने तरक्की कर ली है, उन्होंने कहा कि तालिबान के राज में अफगानिस्तान में चीजें कैसे बदलती हैं, इसे भारत को अभी देखना होगा। सीडीएस ने कहा, 'भविष्य में क्या है, इस बारे में हमें पता नहीं है। अफगानिस्तान में अभी और ऐसी चीजें और घटनाएं हो सकती हैं जिनके बारे में अभी सोचा नहीं गया है।'
पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए जनरल ने कहा कि पड़ोसी मुल्क आने वाले दिनों में भारत के खिलाफ अपना 'छद्म युद्ध' जारी रखेगा। उन्होंने कहा, 'आज हम देख रहे हैं कि यह जम्मू-कश्मीर में हो रहा है। पाकिस्तानी एक बार फिर पंजाब में अपनी नापाक कोशिश कर रहे हैं। वे देश के अन्य हिस्सों में भी अपना आतंक का जाल फैलाना चाहते हैं।'
सीडीएस ने कहा कि अपनी सभी रक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत एक 'रॉकेट फोर्स' बनाने के बारे में सोच रहा है। यह फोर्स सशस्त्र बलों एवं केंद्रीय बलों के बीच एक 'कड़ी' के रूप में काम करेगी। जनरल ने इस 'रॉकेट फोर्स' के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। भविष्य की रक्षा चुनौतियों एवं युद्ध के तरीकों में होने वाले बदलाव को देखते हुए भारत पहले ही थियेटर कमान बनाने की दिशा में आगे बढ़ चुका है। स्पेस और साइबर युद्ध के लिए भी देश अपनी क्षमताओं को विकसित कर रहा है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।