पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कस गया है। चरणजीत सिंह चन्नी ने मुझे ईडी ने बुधवार को खनन मामले में तलब किया था। मैंने अपनी जानकारी के अनुसार हिस्सा लिया और उनके द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दिया। इस मामले में एक चालान पहले ही ईडी द्वारा माननीय अदालत में पेश किया जा चुका है। अधिकारियों ने मुझे फिर से आने के लिए नहीं कहा है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से ईडी ने राज्य में एक कथित रेत खनन मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में छह घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। सूत्रों के मुताबिक चन्नी से हनी और अन्य के साथ उसके संबंधों और मुख्यमंत्री कार्यालय में उनके भतीजे की कुछ यात्राओं के बारे में पूछताछ की, जिन्होंने पहले कुछ समन छोड़े थे।
पूर्व सीएम चन्नी से हुई पूछताछ
सूत्रों ने बताया कि उनसे राज्य में अवैध बालू खनन अभियान के तहत अधिकारियों के कुछ तबादले और पदस्थापन के आरोपों के बारे में भी पूछताछ की गई।ED की ओर से मनी लैंडिंग मामले में समन जारी किए गए थे। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री के भांजे भूपिन्दर सिंह हनी को ED ने गिरफ्तार किया था। भूपिन्दर सिंह हनी के पास से 10 करोड़ की राशि पकड़ी गई थी।जिसके कारण पूर्व मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी को बुलाया गया था।।
चन्नी के भतीजे पर आरोप पत्र पहले ही दायर
इससे पहले अवैध रेत खनन मामले में एक नवीनतम विकास में प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप पत्र दायर किया है। इस केस में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे हनी और एक अन्य आरोपी के खिलाफ विशेष जालंधर कोर्ट में धन शोधन निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है। ईडी ने कहा था कि हनी टाल-मटोल कर रहा था और जांच एजेंसी के साथ सहयोग नहीं कर रहा था।हनी के वकील को वैकल्पिक दिनों में उनसे मिलने की अनुमति दी गई है। आईएएनएस को मिले कुछ दस्तावेजों में कहा गया है कि हनी कथित तौर पर अधिकारियों से तबादलों और पोस्टिंग के एवज में पैसे लेता था।
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