कोरिया (छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का एक ताजा मामला कोरिया जिले से सामने आया है। कोरिया जिले के बैकुंठपुर स्थित जिला अस्पताल में इलाज करने के लिए मरीज को लेकर जब उनके परिजन पहुंचे तो वहां डॉक्टर नहीं थे। इसके बाद मरीज के परिजन भागते हुए उसे स्ट्रेचर पर लेकर डॉक्टर के घर की तरफ ले जाने लगे। इसी दौरान किसी ने उनका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन की ओर से भी बयान जारी किया गया है। अस्पताल के सिविल सर्जन केएल ध्रुव ने कहा, 'वे उ डॉक्टर से कंसल्टेशन लेना चाहते थे जो काफी प्रसिद्ध हैं, इसलिए उन्होंने रोगी को स्ट्रेचर पर खुद ही ले लिया। उन्होंने (डॉक्टर ने) उन्हें वापस अस्पताल रेफर कर दिया और मरीज का इलाज शुरू कर दिया गया। ओपीडी बंद होने के कारण हमें इसके बारे में पता नहीं चला।'
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इस मरीज के बहाने राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की फिर से पोल खुल गई है। वो भी ऐसे समय में जब राज्य सरकार ने कहा है कि हर महीने के पहले गुरुवार को बुजुर्गों का फ्री में इलाज (Treatment) होगा। कुछ समय पहले ही इसी जिला अस्पताल में ओएसटी सेंटर खोला गया था। अब खबर है कि सेंटर खुलने के छह महीने में दवाइयां नहीं पहुंच रही है। सेंटर में डॉक्टर नहीं और दवाइयां तक नहीं है। नशे के शिकार लोगों से नशे का लत छुड़ाने जिला अस्पताल में यह ओएसटी सेंटर खोला गया है।
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