Janmashtami 2021: मथुरा पहुंचे सीएम योगी बोले- मंदिर जाने में संकोच करने वाले अब कहते हैं राम-कृष्ण हमारे भी

देश
रवि वैश्य
Updated Aug 30, 2021 | 21:51 IST

CM Yogi in Mathura: इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सप्तपुरियों में से एक ब्रज की विरासत को संजोने और विकास में कोई कमी नहीं आने देने का अपना पूर्व संकल्प दोहराया।

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भव्य समारोह में सीएम योगी ने कहा कि आज बधाई देने के लिए होड़ लगी है 
मुख्य बातें
  • भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पहुंचे मुख्यमंत्री, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव समारोह में हुए शामिल
  • वृंदावन लाल बांके बिहारी जी से की कोरोना रूपी राक्षस के संहार की प्रार्थना
  • ब्रज सप्तपुरियों में से एक, इसके विरासत को संजोने और विकास में नहीं आने देंगे कमी:सीएम 

मथुरा: भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव समारोह में सोमवार अपराह्न उनकी जन्मभूमि पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वृंदावन लाल बांके बिहारी जी से कोरोना रूपी राक्षस का संहार करने की प्रार्थना की,सीएम योगी ने राजनीतिक तुष्टिकरण के लिए पहले मंदिरों से दूरी बनाए रखने वाले राजनीतिज्ञों पर तंज भी कसा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमनें अपने सांस्कृतिक धरोहरों को पुनर्जीवित किया है। इससे ऐसा बदलाव आया है कि मंदिर जाने में संकोच करने वाले भी अब कहने लगे हैं, श्रीराम हमारे भी हैं, श्रीकृष्ण हमारे भी हैं। 

रामलीला मैदान में आयोजित भव्य समारोह में सीएम योगी ने कहा कि आज बधाई देने के लिए होड़ लगी है। पहले आपके पर्व-त्योहारों में बधाई देने के लिए न तो कोई मुख्यमंत्री आता था और न ही कोई मंत्री। लोग डरते थे कि उन्हें साम्प्रदायिक न मान लिया जाए। पर्व-त्योहारों में बंदिशे लगती थीं। अलर्ट जारी होता था कि रात 12 बजे बाद कोई भी कार्यक्रम नहीं करेंगे। अब तो ऐसी कोई बंदिश नहीं है, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म ही रात में 12 बजे होता है। अब तो हर्षोल्लास के साथ पर्व मनाया जाता है। 

"सैकड़ों वर्षों से दबी भावनाएं, आस्था के केंद्र नए रूप में सामने आ रही हैं"

इस परिवर्तन के लिए पीएम मोदी को श्रेय देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को यही नई दिशा दी है। सैकड़ों वर्षों से दबी भावनाएं, आस्था के केंद्र नए रूप में सामने आ रही हैं। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार किसी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए। इससे पहले की सरकारों में भय था कि साम्प्रदायिकता का लेवल न लग जाए। लेकिन, अब नया भारत अंगड़ाई ले रहा है। जो लोग पहले मंदिर जाने में संकोच करते थे उन लोगों में प्रभु श्रीराम और श्रीकृष्ण को अपना बताने में होड़ सी लग गई है। यह है बदलते दौर का नया भारत। 

ब्रजपुरी में भौतिक विकास के साथ सांस्कृतिक विकास पर भी ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच हजार वर्ष पुराने ब्रज जैसे धरोहर पर हम सभी को गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। पूज्य संतों के आशीर्वाद से हम ब्रजपुरी में भौतिक विकास के साथ आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विकास पर भी पूरा ध्यान दे रहे हैं। इसी निमित्त संतों के नेतृत्व में ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है। यहां के सात धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल घोषित किया है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज के ऐतिहासिक कुंभ के बाद ब्रज में संतों के आह्वान पर हुआ वैष्णव कुंभ भी सुव्यवस्था का नजीर बना।

यह बांके बिहारी जी की कॄपा ही थी कि वैष्णव कुंभ में कोरोना किसी का बाल भी बांका न कर सका। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना ने पिछले डेढ़ साल में देश-दुनिया मे काफी कोहराम मचाया। अपना देश प्रदेश भी प्रभावित हुआ। प्रदेश में इसकी दूसरी लहर पूरी तरह नियंत्रण में है लेकिन सावधानी और सतर्कता जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब बांके बिहारी जी से प्रार्थना है कि जैसे उन्होंने कई राक्षसों का संहार किया, उसी तरह इस कोरोना महामारी रूपी राक्षस का संहार करें।

बच्चों के काल कवलित होने पर जताया दुख

मथुरा में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने अपने फिरोजाबाद दौरे का भी जिक्र किया। साथ ही उन्होंने फिरोजाबाद में कुछ बच्चों के डेंगू के चलते काल कवलित होने और गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुखद है और हृदय से उनकी संवेदना उन बच्चों के परिवार के साथ है।
 

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