नई दिल्ली : पुलवामा में सीआरपीएफ को निशाना बनाने की आतंकियों की एक बड़ी साजिश गुरुवार को सुरक्षाबलों की ओर से नाकाम कर दी गई। यह यह सुरक्षाबलों की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है लेकिन कांग्रेस पार्टी ने इस पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने पूछा है कि इतने बड़े पैमाने पर विस्फोटकों से लदी कार अति सुरक्षित माने जाने वाले क्षेत्र में पहुंच कैसे गई। पुनिया ने इसकी गंभीरता से जांच कराने की मांग की है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह सवाल 2019 के पुलवामा हमले के बाद भी उठा था कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटकों से लदी कार आखिर सीआरपीएफ के काफिले तक पहुंची कैसे? सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। समझा जाता है कि कांग्रेस के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उस पर निशाना साध सकती है।
खुफिया एजेंसियों ने दिया इनपुट
दरअसल, बुधवार को खुफिया एजेंसियों के इस इनपुट के बाद कि विस्फोटकों से लदी एक कार पुलवामा की तरफ आने वाली है। सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने मिलकर संयुक्त अभियान शुरू किया। पुलवामा के राजपोरा के एक नाके पर सफेद रंग की एक हुंडई सैंट्रो कार आती दिखाई दी जिसे वहां तैनात सुरक्षाकर्मयों ने रोकने की कोशिश की लेकिन कार में सवार आतंकवादी रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए वहां से भाग निकला। पुलवामा में सीआरपीएफ को निशाना बनाने की साजिश में तीन आतंकियों की भूमिका सामने आ गई है।
कार के मालिक की पहचान हुई
अब तक की जांच में कार के मालिक की पहचान हो गई है। कार का मालिक हिदायतुल्ला मलिक शोपियां का रहने वाला है। मलिक पिछले साल जुलाई में हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ। सुरक्षाबल तभी से इसकी तलाश कर रहे थे। दूसरा आतंकवादी पाकिस्तानी है। इस आतंकवादी ने कार में आईईडी और विस्फोटक लगाए थे। इसे आईईडी का एक्सपर्ट माना जाता है और यह पिछले कुछ समय से घाटी में सक्रिय है। तीसरा आतंकवादी घाटी का एक स्थानीय युवक है जिसका ब्रेनवाश किया गया है। सुरक्षाबल इस साजिश में शामिल सभी आतंकवादियों की तलाश में जुटे हैं। जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारी हो सकती है।
सीजफायर का उल्लंघन कर रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान की तरफ से फायर किया गया एक सेल रजौरी सेक्टर के बीजी सेक्टर में गिरा था जो कि फटा नहीं था। सुरक्षाबलों ने अपना जीवन में खतरे में डालकर इस सेल को सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया है। इसका एक वीडियो सामने आया है जिसमें स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि सुरक्षाबल कैसे अपना जीवन खतरे में डालकर आम लोगों की सुरक्षा करते हैं। इस साजिश के तार सीमा पार पाकिस्तान से जुड़े हैं। सीमा पार बैठे आतंक के आकाओं ने कश्मीर में बैठे अपने आतंकियों के साथ बातचीत की है।
पाकिस्तानी आतंकी की तलाश
खुफिया एजेंसियों ने ऐसी ही एक बातचीत को पकड़ा जिसके आधार पर पुलवामा में आतंकी साजिश के बारे में पता चला। पाकिस्तान एक बार फिर कश्मीर में आतंकी गतिविधियां तेज करना चाहता है। इसलिए हाल के दिनों में उसने संघर्षविराम का उल्लंघन तेज किया। उसकी तरफ से नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक निर्दोष लोगों एवं गांवों को निशाना बनाकर लगातार फायरिंग की जा रही है।
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