पेट्रोल और डीजल के दामों में पिछले 10 दिनों में 9 बार बढ़ोतरी हो चुकी है। करीब 137 दिन दामों के स्थिर रहने के बाद 22 मार्च से कीमतें बढ़ने लगीं। राजधानी दिल्ली, आर्थिक राजधानी मुंबई और राजस्थान के कई हिस्सों में पेट्रोल की कीमत 100 के पार है। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में पेट्रोल की कीमत 115 के पार है। अब जब पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है तो सियासत भी गरमाई है। कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दल हर रोज ना सिर्फ केंद्र सरकार की घेरेबंदी कर रहे हैं बल्कि तंज भी कस रहे हैं। इन सबके बीच कांग्रेस दिल्ली में विजय चौक पर धरना दे रही है। लेकिन सवाल यहीं से शुरू होता है कि जब महाराष्ट्र और राजस्थान में पेट्रोल की कीमत 100 के पार है तो विरोध कितना वाजिब है।
सबसे पहले नजर डालते हैं कि कांग्रेस किस तरह से इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दे रही है। राहुल गांधी कुछ इस तरह नरेंद्र मोदी सरकार की घेरेबंदी कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि पिछले 10 दिनों में पेट्रोल और डीजल के दाम 9 गुना बढ़ चुके हैं।हम मांग करते हैं कि बढ़ती कीमतों को नियंत्रण में लाया जाए। कांग्रेस पार्टी आज इस मुद्दे पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही है।
प्रधानमंत्री की Daily To-Do List
1. पेट्रोल-डीज़ल-गैस का रेट कितना बढ़ाऊँ
2. लोगों की ‘खर्चे पे चर्चा’ कैसे रुकवाऊँ
3. युवा को रोज़गार के खोखले सपने कैसे दिखाऊं
4. आज किस सरकारी कंपनी को बेचूँ
5. किसानों को और लाचार कैसे करूँ
रणदीप सुरजेवाला ने ऐसे साधा निशाना
राहुल गांधी के बाद कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कुछ इस तरह से अपनी बात रखी। सुबह सुबह ही ये परेशानी महंगाई की क़िस्त चुकानी रोज़ रोज़ है जेब पर डाका कब तक होगी ये मनमानी? 10वें दिन का 9वां हमला आज फ़िर से पेट्रोल/डीज़ल ₹0.80/L 137 दिन के 'चुनावी सीज़फायर' के बाद ₹6.40/L मोदी जी, महंगाई का ये 'डेली डोज़' कब तक? इससे पहले उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री महंगाई का "म" बोलने के लिए तैयार नहीं हैं.. इनका अहंकार इतना है कि महंगाई के लिए एक शब्द बोलने को तैयार नहीं हैं.. मरो तो मरो..आपका नसीब ! " मोदी जी, देश की जनता महंगाई की तकलीफ़ में आपकी कही बात तलाश रही है। मग़र आपने तो मुँह ही फ़ेर लिया है, ऐसा क्यों? हर रोज़ सुबह की ‘वसूली और लूट’ जारी, हर रोज़ महंगाई का 'गुरिल्ला हमला' जारी, कब रुकेगी ये रोज़ सुबह-सुबह की ‘पॉकेटमारी'? 9 वें दिन भी फ़िर पेट्रोल-डीज़ल ₹0.80 9 दिनों की 8 किस्तों में अब कुल ₹5.60/ ये लूटपाट कब बंद होगी? क्या मोदी जी जबाब देंगे?
कांग्रेस के आरोप में कितना दम
सवाल यह है कि क्या कांग्रेस को इस तरह से आरोप लगा सकती है। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस के लोग जो आज इतना ज्ञान पेट्रोल और डीजल की कीमत पर दे रहे हैं वो महाराष्ट्र और राजस्थान के बारे में बात क्यों नहीं करते हैं। जनता को कांग्रेस का यह दोहरा व्यवहार अच्छा नहीं लगता है और उसका असर नतीजों पर दिखाई दे रहा है। इन सबके बीच जब बीजेपी के नेताओं से पूछा जाता है कि वो पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में क्यों नहीं लाते हैं। तो उनका जवाब होता है कि कांग्रेस शासित राज्य इसकी पहल क्यों नहीं करते हैं।
कांग्रेस के नेताओं से जब पूछा जाता है कि जब आप पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर बीजेपी का विरोध कर रहे हैं तो अपने यहां वैट में कटौती कर राहत क्यूं नहीं पहुंचा रहे हैं। तो इस सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता कहते हैं कि उन्हें आपत्ति नहीं है लेकिन केंद्र सरकार को जीएसटी का जो बकाया देना है वो कहां दे रही है ऐसे में हमारे सामने आर्थिक चुनौती है।
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