नई दिल्ली। देश भर में कोरोना के केस 46 हजार के पार जा चुके हैं और अब तक 1500 से अधिक लोग काल के गाल में समा चुके हैं। अगर 1 मई, दो मई और तीन मई की बात करें तो पूरे देश में सात हजार से ज्यादा केस दर्ज हुए। इसके साथ ही पिछले 24 घंटे में 195 लोगों की मौत हुई है जो चौंकाने के साथ डराने वाली है।अब सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि 24 घंटे में मौत की संख्या में बढ़ोतरी और रिपोर्ट होने वाली केस में इजाफा हुआ। इस सवाल का जवाब खुद स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव लव अग्रवाल ने दिया।
आंकड़ों को छिपा रहे हैं कुछ राज्य
लव अग्रवाल बताते हैं कि कुछ राज्यों से हमें कोरोना मामलों की संख्या और मौतों के बारे में जानकारी नहीं मिली और यह बड़ी वजह है कि हम रिपोर्टेड केस और मौत की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने किसी राज्य का नाम तो नहीं लिया। लेकिन एक बात साफ है कि कुछ राज्यों की तरफ से जानकारी छिपाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इन सबके बीच अच्छी बात यह है कि रिकवरी रेट अब 27 फीसद हो चुकी है।
ऐसी तस्वीर फिर ना आए
चार मई को देश के अलग अलग हिस्सों से शराब की दुकानों पर जो भीड़ नजर आई वो भी हैरान करने वाली थी। शराब की दुकानों के सामने यह देखा गया कि सामाजिक दूरी का उल्लंघन हुआ। स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी कल कहा था कि दिल्ली सरकार को छूट नहीं देनी चाहिए थी। मामले की गंभीरता को हर एक शख्स को समझने की जरूरत है, छोटी सी गलती से बड़ा नुकसान हो सकता है और आज तक की कोशिशों पर पानी फिर जाएगा। इस तरह की तस्वीरें फिर ना दिखाई दे इसके लिए राज्य सरकारों की तरफ से कुछ कोशिशें भी गई हैं।
महाराष्ट्र, दिल्ली में बढ़ रहे हैं केस
अगर महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात के साथ साथ राजस्थान और पंजाब की बात करें तो इन राज्यों में कोरोना के केस में इजाफा हुआ है। पंजाब में 236 केस और सामने आए हैं। जानकारों का कहना है कि पंजाब में जो केस सामने आ रहे हैं उसके पीछे नांदेड़ से आए श्रद्धानू जिम्मेदार हैं। इसके साथ अगर बात महाराष्ट्र की करें तो कहीं न कहीं लापरवाही की बातें भी सामने आ रही हैं।
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