नई दिल्ली: चीन में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस का खतरा भारत में भी चिंता बढ़ा रहा है। कोरोना वायरस के खतरे ने आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में एक व्यक्ति की जान ले ली है। उसकी मृत्यु कोरोनो वायरस से नहीं बल्कि गलतफहमी से हुई। 54 साल के चित्तूर के शख्स ने खुद को मार डाला, क्योंकि उसे लगा की उसे कोरोना वायरस का संक्रमण है। लेकिन ऐसा नहीं था क्योंकि उसने कोरोनो वायरस के लक्षणों को गलत समझ लिया था।
डॉक्टरों के साथ हुई गलतफहमी के कारण उस शख्स की मृत्यु हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों ने उस आदमी को बताया कि उसे कोरोनो वायरस नहीं है, लेकिन उसने उसे सभी ग्रामीणों से दूर रहने के लिए कहा और सावधानी बरतने को कहा।
कुछ संक्रमण के कारण उसे मास्क पहनने की सलाह दी गई ताकि वह अन्य संक्रमणों से दूर रह सके। इससे उसने अजीब तरह से ले लिया और सोमवार को उसने खुद को मार डाला। उसके बेटे ने कहा कि पिता बहुत घबरा गए थे और उनका मानना था कि उन्हें कोरोनो वायरस है। इसके बाद उसने बाकियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए खुद को मार डाला। घबराए उस आदमी ने कहना शुरू कर दिया था कि दूसरे को कोरोना वायरस से सुरक्षित रखने के लिए उसे खुद को मारने की जरूरत है।
कोरोना वायरस से चीन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,110 हो गई और इसके अभी तक 44,653, से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। जिनेवा में एक सम्मेलन के दौरान विश्व स्वास्थय संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस को आधिकारिक तौर पर 'सीओवीआईडी-19' नाम दिया है।
ऐसा माना जा रहा है कि यह वायरस पिछले साल हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान के उस बाजार से फैला था, जहां जंगली जानवर बेचे जाते हैं। WHO के प्रमुख तेदरोस अदहानोम गेब्रेयसेस ने मंगलवार को कहा था कि हालांकि इसके 99 प्रतिशत मामले चीन में है लेकिन यह पूरे विश्व के लिए एक बड़ा खतरा है।
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