नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही थी, जो कि सरकार के साथ-साथ लोगों की भी चिंता बढ़ा रही थी। लेकिन पिछले 2 दिन के आंकड़ें राहत पहुंचाने वाले हैं। जिस गति से कोरोना के मामले सामने आ रहे थे, उसमें काफी हद तक गिरावट देखने को मिली है। कुछ ही दिनों में तब्लीगी जमात का मामला सामने आने के बाद दिल्ली में कोरोना से संक्रमितों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ी की कुछ ही दिन में आंकड़े 1500 के पार हो गए। लेकिन 2 दिन के आंकड़े राहत पहुंचाने वाले हैं।
दरअसल, 12 अप्रैल को दिल्ली में कोरोना के कुल मामले 1154 थे, लेकिन 13 अप्रैल को 356 नए केस सामने आए और कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1510 हो गई। इसके बाद 14 अप्रैल को 51 नए मामले सामने आए और 15 अप्रैल को सिर्फ 17 नए मामले सामने आए। दिल्ली में अब कुल 1578 मामले हैं, जिसमें से 1080 तब्लीगी जमात से जुड़े हुए हैं। कुल 32 की मौत हुई है। अभी तक 41 लोग ठीक हो गए हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मंगलवार को कहा कि कल (सोमवार) दिल्ली में 356 करोना के मामले आए थे, आज 51 ही आए। हम लोगों को मिलकर किसी भी हालत में कोरोना को देश में बढ़ने नहीं देना। हम पूरी ताकत और नीयत से मेहनत करेंगे तो भगवान भी हमारा साथ देंगे।
हालांकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कंटेनमेंट जोन बढ़कर 56 हो गए हैं। कंटेनमेंट जोन को रेड जोन के रूप में भी जाना जाता है। इन इलाकों में दिल्ली सरकार ऑपरेशन SHIELD चला रही है। ऑपरेशन शील्ड वो है, जिसमें सीलिंग, होम क्वारंटीन, आइसोलेशन और ट्रैकिंग, आवश्यक आपूर्ति, स्थानीय स्वच्छता और डोर-टू-डोर चेकिंग का उपयोग कर वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
केजरीवाल ने कहा था, 'मुझे विश्वास है कि हम दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार नियंत्रित करने में कामयाब होंगे।' वहीं राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की अवधि बढ़ने पर उन्होंने कहा कि विस्तार आवश्यक था, यदि हम लॉकडाउन के नियमों का पालन करेंगे तो मुझे लगता है कि कोरोना वायरस संक्रमण का उन्मूलन हो जाएगा।
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