नई दिल्ली : देश में 17 मई को समाप्त हो रहे लॉकडाउन की अवधि एक बार फिर बढ़ाई जा सकती है, जिसके संकेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से मिलते हैं। पीएम मोदी ने सोमवार को देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लंबी बातचीत की, जिसमें कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ भारत की लड़ाई में आगे की राह पर चर्चा की गई। इस दौरान लॉकडाउन के कारण अर्थव्यस्था को नुकसान के मुद्दे पर भी चर्चा हुई और पीएम मोदी ने कहा कि जीवन का नया मार्ग 'जन से लेकर जग तक' के सिद्धांत पर होगा।
पीएम मोदी ने दिए संकेत
इस बैठक के बाद जारी एक बयान में पीएम मोदी के हवाले से कहा गया है कि लॉकडाउन के पहले चरण में जिन कदमों की जरूरत थी, उनकी दूसरे चरण में नहीं रह गई, तीसरे चरण में जरूरी कदमों की चौथे में आवश्यकता नहीं होगी। पीएम मोदी के बयान से ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि लॉकडाउन एक बार फिर बढ़ेगा, हालांकि इसमें कई अन्य रियायतें दी जाएंगी। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी ने इस संबंध में विभिन्न राज्यों से 15 मई तक सुझाव भी मांगे हैं।
पीएम ने गिनाई 2 प्रमुख चुनौतियां
देश में कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए 25 मई से ही लॉकडाउन लागू है, जिसे पहले 14 अप्रैल तक, फिर 3 मई तक और उसके बाद 17 मई तक बढ़ाया गया। आगे की रणनीतियों पर विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि इस वक्त देश के समक्ष दो चुनौतियां हैं- पहली, इस बीमारी पर काबू पाना और दूसरी, दिशानिर्देशों का पालन करते हुए सार्वजनिक गतिविधियों को बढ़ाना।
राज्यों को ब्लूप्रिंट तैया करने के निर्देश
कोरोना के खिलाफ जंग में सहयोग के लिए मुख्यमंत्रियों का आभार जताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आप इससे आगे कैसे निपटना चाहते हैं या अपने-अपने राज्यों में लॉकडाउन को कैसे संभालनना चाहते हैं, लॉकडाउन के दौरान या उसमें क्रमिक ढील के बाद आप हालात से कैसे निपटेंगे, इसका ब्लूप्रिंट तैयार करें। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा दौर में सबसे बड़ी चुनौती रियायतों के बाद कोरोना संक्रमण को गांवों तक फैलने से रोकने की होगी।
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