बीजिंग/नई दिल्ली : चीन में कोरोना वायरस के कारण लोगों में हड़कंप है तो इसके तेजी से होते प्रसार को देखते हुए भारत भी चौकन्ना है। लगभग 1200 भारतीय छात्र चीन के विभिन्न शहरों में पढ़ते हैं, जिनमें से अधिकांश वुहान और उसके आसपास रहते हैं, जहां इस वायरस के संक्रमण का पहला मामला दिसंबर 2019 में सामने आया था। वुहान में हालांकि प्रशासन ने लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी थी, लेकिन यह बढ़ता ही जा रहा है, जिससे भारत में भी खौफ है।
राजधानी बीजिंग में इस संक्रमण के 29 मामले सामने आए हैं, जिसके बाद यहां अफरातफरी की स्थिति है। यहां लुनर न्यू ईयर (चीनी नववर्ष) के अवसर पर होने वाले कई बड़े समारोहों को रद्द कर दिया गया है तो फॉरबिडन सिटी को भी आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है, जहां इस सालाना अवसर बड़ी संख्या में पर्यटक देश के विभिन्न हिस्सों से यहां पहुंचते हैं। यहां उच्च स्तरीय आपातकाल लगा दिया गया है और प्रशासन को इस संक्रमण से निपटने के लिए त्वरित व ठोस प्रयास करने कहा गया है।
बीजिंग में नहीं होगा 26 जनवरी का समारोह
लोगों की एक जगह एकत्र न हो, इसके लिए फिल्म रिलीज के साथ-साथ सार्वजनिक यातायात को भी बंद करने का फैसला लिया गया है। लोगों को एक-जगह से दूसरी जगह यात्रा नहीं करने की सलाह दी गई है। कोराना वायरस के मद्देनजर बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने भी 26 जनवरी को यहां किसी तरह के कार्यक्रम का आयोजन नहीं करने का फैसला लिया है।
वुहान, जहां इस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था, उसे पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया गया है। वुहान और इसके आसपास के इलाकों में करीब 300 भारतीय छात्र रहते हैं, जो इससे प्रभावित हुए हैं। यहां ट्रेनों या विमानों की आवाजाही नहीं हो रही है, जिससे शहर के लगभग दो करोड़ लोग अलग-थलग पड़ गए हैं। वुहान के साथ-साथ कई अन्य शहरों में भी कैफे, सिनेमा, थियेटर और प्रदर्शनियों को बंद कर दिया गया है और सार्वजनिक स्थलों पर लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
भारत में एयरपोर्ट्स पर की गई है ये विशेष व्यवस्था
कोरोना वायरस जिस तरह दूसरे देशों में भी फैलता जा रहा है, उसे देखते हुए भारत भी खास सतर्कता बरत रहा है। भारत के लगभग 1,200 छात्र चीन के विभिन्न हिस्सों में पढ़ते हैं। ऐसे में अगर वे संक्रमित होकर स्वदेश लौटते हैं तो यहां संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसे देखते हुए यहां भी चीन से आने वाले हर किसी की जांच एयरपोर्ट पर ही की जा रही है। नई दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद, कोच्चि और कोलकाता में हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है, जहां चीन और हांगकांग से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है। यात्रियों को विमान में चढ़ने से पहले भी सेल्फ रिर्पोर्टिंग फॉर्म भरना होता है, जिसमें उन्हें अपने बारे में जानकारी देनी होती है।
चीन में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए भारत ने भी अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है और बहुत आश्यक नहीं होने पर चीन की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। तमाम सुरक्षा इंतजामों के बीच मुंबई में ऐसे दो मामले सामने आने की बात कही जा रही है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है, पर उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका के मद्देनजर निगरानी में रखा गया है। बताया जा रहा है कि ये दोनों चीन से यहां पहुंचे थे। इससे पहले केरल में भी कुछ लोगों को निगरानी में रखे जाने की रिपोर्ट सामने आई थी, जहां 2018 में निपाह वायरस के कारण एक नर्स सहित 17 लोगों की जान चली गई थी।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।