नई दिल्ली: कोरोना वायरस का संक्रमण का असर दुनिया के 50 से ज्यादा देशों में देका जा रहा है। बीते कुछ दिनों भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी आई है। भारत में अब तक कोरोना वायरस से 28 लोग संक्रमित पाए गए हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण पर रोक लगाने के लिए भारत सरकार व्यापक स्तर उपाय कर रही है। इस वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इस दिशा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों के लिए परामर्श जारी किया है।
चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि थोड़ी सावधानी बरतकर कोरोना वायरस के संक्रमण से खुद को बचाया जा सकता है। विशेषज्ञों के मुताबकि लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना चाहिए। साथ ही बाहर निकलते समय वे मास्क लगाकर निकलें और लोगों से मिलते समय हाथ न मिलाएं। हाथ को साबुन से धुलने और सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। इन उपायों को अपनाकर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है।
संक्रमण से बचने के लिए हाथों को रखें साफ
विश्व स्वास्थ्य संगठन, सीडीसी सहित स्वास्थ्य एजेंसियों का मानना है कि हाथ को साफ-सुथरा रखकर संक्रामक रोगों की चपेट में आने से बचा सकता है। स्वास्थ्य एजेंसियों का कहना है कि ऐसे समय में जब संक्रामक रोग फैला हो तो उस समय हाथों को साफ-सुथरा रखना बेहद जरूरी है। हाथ को साफ-सुथरा रखने के लिए बाजार में कई तरह के सेनिटाइजर उबलब्ध हैं लेकिन ये सेनिटाइजर COVID-19 जैसे कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रखने में कितने कारगर हैं। इस बारे में जानना जरूरी है।
क्या है ज्यादा कारगर हाथ धोना या सेनिटाइजर का इस्तेमाल
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हाथ धोने के लिए इस्तेमाल होने वाले साबुन या सेनिटाइजर में यदि अल्कोहल की मात्रा 60 प्रतिशत से अधिक है और आप यदि इस तरह के साबुन या सेनिटाइजर का इस्तेमाल करते हैं तो आपके संक्रमित होने की संभावना काफी कम हो जाती है। आम तौर पर हाथ की सफाई के लिए दो तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है-पहला कुछ लोग साबुन और पानी से और कुछ लोग हाथ की सफाई के लिए सेनिटाइजर का इस्तेमाल करते हैं।
हर तरह के जर्म्स खत्म नहीं कर पाते सेनिटाइजर
सीडीसी के मुताबिक यदि कोई अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का इस्तेमाल करता है तो यह सेनिटाइजर उसके हाथ में मौजूद जर्म्स को तेजी से मार देता है लेकिन यह हर तरह के जर्म्स जैसे कि नोरोवायरस, कुछ परीजीवी और डायरिया पैदा करने वाले जर्म को निष्क्रिय नहीं कर पाता। इसके अलावा सेनिटाइजर्स कीटनाशकों एवं भारी धातुओं वाले नुकसानदायक रसायनों की सफाई पूरी तरह से नहीं कर सकते।
हाथ साफ रखनें क्लोरिन भी मददगार
वहीं दूसरी ओर यदि कोई व्यक्ति अपने हाथ की सफाई के लिए स्वच्छ पानी और साबुन का इस्तेमाल करता है तो हाथ पर लगे सभी तरह की धातुओं, कीटनाशकों और जर्म्स की सफाई हो जाती है। इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाथों की स्वच्छता बनाए रखने के लिए जो परामर्श दिया है उसमें कहा गया है कि साबुन अथवा अल्कोहल युक्त हैंड रब (एबीएचआर) नहीं है तो हाथ को स्वच्छ बनाने के लिए 0.05 प्रतिशत क्लोरिन का इस्तेमाल किया जा सकता है।
सीडीसी के मुताबिक कब-कब धोएं हाथ
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