Vaccination for Children: देश में आज से 15 साल से 18 साल तक के बच्चों को वैक्सीन लगना शुरू हो गया है। CoWIN पोर्टल के अनुसार, शाम 8 बजे तक 15-17 आयु वर्ग के 40,02,782 बच्चों को टीका लगाया जा चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, भारत बायोटेक की कोवैक्सिन एकमात्र कोविड-19 वैक्सीन है जो 15-18 वर्ष की आयु के बच्चों को दी जा रही है। कोविन पर 50,28,739 बच्चों ने वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है।
भारत के औषधि महानियंत्रक ने 24 दिसंबर को कुछ शर्तों के साथ 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए स्वदेशी रूप से विकसित भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी कोवैक्सिन टीके के आपात स्थिति में उपयोग की स्वीकृति दे दी थी।
25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 से 18 साल तक के बच्चों को टीका लगाने की घोषणा करते हुए कहा था कि इससे स्कूलों और कॉलेजों में जाने वाले बच्चों और उनके माता-पिता की चिंता कम होगी और महामारी के खिलाफ लड़ाई को बढ़ावा मिलेगा।
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज से 15 से 18 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ हुआ है। हरियाणा में इस श्रेणी के 15 लाख 40 हजार बच्चें हैं। हम इस अभियान को 10 दिन में पूरा कर लेंगे। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन का स्टॉक है। हरियाणा में हम 98% लोगों को कोरोना की पहली डोज और लगभग 71% लोगों को दूसरी डोज लगा चुके हैं। 10 जनवरी से हेल्थ स्टाफ, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 साल से ऊपर की आयु के लोगों का वैक्सीनेशन अभियान चलाया जाएगा।
मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि 15 से 18 साल के लगभग 10 लाख बच्चों को वैक्सीन लगाई गई है, हमारा लक्ष्य 12 लाख का था। लगभग 8,923 सेंटर पर वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया, जिसमें लगभग 50,400 कर्मचारियों ने भाग लिया। हमने AEFI के लिए 530 मोबाइल एंबुलेंस भी रखी थी।
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