चक्रवात यास : कोलकता एयरपोर्ट पर उड़ानें प्रभावित, ओडिशा में तेज हवाओं के साथ बारिश, बिहार झारखंड भी अलर्ट पर

देश
श्वेता कुमारी
Updated May 25, 2021 | 21:45 IST

चक्रवात 'यास' के तटीय इलाकों से टकराने से पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है, जिससे मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और बिजली के खंभे व पेड़ उखड़ गए हैं।

चक्रवात यास : कोलकता एयरपोर्ट पर उड़ानें प्रभावित, ओडिशा में तेज हवाओं के साथ बारिश, बिहार झारखंड भी अलर्ट पर
चक्रवात यास : कोलकता एयरपोर्ट पर उड़ानें प्रभावित, ओडिशा में तेज हवाओं के साथ बारिश, बिहार झारखंड भी अलर्ट पर  |  तस्वीर साभार: ANI

कोलकाता/भुवनेश्‍वर : बंगाल की खाड़ी में चक्रवात 'यास' की स्थिति बनने के बाद पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटवर्ती इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर शुरू हो गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने लगा है। पश्चिम बंगाल में आकाशीय बिजली गिरने के कारण दो लोगों की जान भी चली गई है, जबकि चक्रवात को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए कोलकाता एयरपोर्ट से उड़ानों को स्‍थगित कर दिया गया है।

कोलकाता हवाई अड्डा प्रशासन ने चक्रवाती तूफान 'यास' की वजह से खराब हुए मौसम के कारण कोलकाता एयरपोर्ट से 26 मई को सुबह 8:30 बजे से उड़ने वाली उड़ानों को शाम 7:45 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है। इस चक्रवाती तूफान के तटवर्ती इलाकों से टकराने से पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है, जिसके कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

सेना की 17 कॉलम तैनात

पश्चिम बंगाल में 'यास' को देखते हुए सेना ने 17 एकीकृत राहत कॉलम की तैनाती की है, जिनमें आवश्यक उपकरण और नाव के साथ विशेषज्ञ कर्मी शामिल हैं। चक्रवात यास के बुधवार सुबह ओडिशा के भद्रक जिले में धामरा बंदरगाह के निकट दस्तक देने का अनुमान जताया गया है, जिस दौरान इसकी गति 155 से 165 किलोमीटर तक हो सकती है और यह बढ़कर 185 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार तक पहुंच सकती है।

सेना के कॉलम फंसे हुए हताहतों को निकालने, चिकित्सा उपचार, सड़क खोलने या पेड़ काटने और राहत सामग्री वितरण जैसे काम स्थानीय प्रशासन की जरूरत के मुताबिक करेंगे। सेना के ये कॉलम पुरुलिया, झारग्राम, बीरभूम, बर्धमान, पश्चिम मिदनापुर, हावड़ा, हुगली, नादिया, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिले में मौजूद हैं। जरूरत के मुताबिक कोलकाता में पुन: तैनाती के लिए नौ राहत टुकड़ियों को भी तैयार रखा गया है।

मकान टूटे, बिजली के खंभों, तारों को भी नुकसान

पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान 'यास' के दस्‍तक देने से पहले तेज हवाओं के साथ बारिश के कारण कई घर क्षतिग्रस्‍त हो गए हैं। तेज हवाओं के कारण जगह-जगह पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। हालात पर करीब से नजर रखने के लिए राज्‍य की मुख्‍यमंत्री ममता नबाना में मौजूद हैं। उन्‍होंने बताया कि निचले इलाकों से अब तक लगभग 11.5 लाख लोगों को बाहर निकाला गया है।

नॉर्थ 24 परगना के नैहाटी और हलिशहर में चक्रवाती हवा ने कईं घरों को नुकसान पहुंचाया है। इस दौरान बिजली के खंभों और तारों को भी  नुकसान पहुंचा है। सीएम ने बताया कि हलिशहर में 40 घर रक्षतिग्रस्‍त हुए हैं, जिसमें 4-5 लोग घायल हो गए। चुचुरा में भी 40 घर क्षतिग्रस्‍त हुए हैं, जबकि पांडुआ में आकाशीय बिजली गिरने के कारण दो लोगों की जान गई है। अचानक आए तूफान से लोग सहमे हुए हैं। एक महिला ने बताया, 'हमने 2-3 महीने पहले घर बनाया था। अचानक तूफान आया और 2 सेकंड में सबकुछ उड़ गया। हम लोग बहुत डरे हुए हैं।'

बिहार, झारखंड भी अलर्ट पर

'यास' के औपचारिक रूप से तटवर्ती इलाकों से टकराने से पहले ओडिशा के धामरा में भी तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। चक्रवाती तूफान 'यास' को लेकर बिहार और झारखंड भी अलर्ट पर है। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 'यास' को लकर शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की।

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