नई दिल्ली: केरल के दो जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं (Kerala Rain & landslide) में मृतकों की संख्या (Death Toll) बढ़कर 27 हो गई है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति से निपटने के लिए राज्य को मदद की पेशकश की है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम ने बचाव अभियान जारी रखा है।कोट्टायम और इडुक्की (Kottayam, Idukki) जिलों के पर्वतीय इलाकों में शनिवार को भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ एवं भूस्खलन से लोगों की मौत हुई।
सबसे बुरा हाल कोट्टयम जिले का है, जहां बहुत ज्यादा पानी शहर में दाखिल हो गया है। शहरों की सड़कें पानी से लबालब हैं, गलियों तक में बहुत ज्यादा पानी भर गया है। आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।
वहीं पतनमतिट्टा में इतना पानी भर गया है कि घर में दाखिल होना भी मुश्किल है, पानी बस छत से कुछ ही नीचे रह गया है। पानी इतनी तेजी से आबादी वाले इलाके में दाखिल हो रहा है कि रास्ते में आने वाली चीजों को बहा ले जा रहा है। रस्सी के सहारे कई लोग इस कार को पानी वाली जगह से बाहर निकाल रहे हैं।
केरल में भारी बारिश का कहर जारी है. राज्य के कोट्टायम जिले में भारी बारिश के कारण एक घर नदी में बह गया सामने आए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि देखते-देखते ही घर बह गया, नदी किनारे खड़ा एक दो मंजिला घर पहले धीरे-धीरे एक तरफ झुकता है. फिर अचानक से पूरा घर नदी में समा जाता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि उत्तरी तेलंगाना के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बनने और बंगाल की खाड़ी से तेज दक्षिण-पूर्वी हवा चलने के कारण पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 20 अक्टूबर तक भारी बारिश होने के आसार हैं, मौसम विभाग ने मछुआरों को मंगलवार तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है, मौसम विभाग ने बारिश के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ने, निचले इलाकों में जलभराव होने और दार्जिलिंग में भूस्खलन की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग द्वारा 17 अक्तूबर से दो-तीन दिन तक चारधाम सहित अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है जिसको देखते हुए प्रशासन ने केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा रोक दी है।17 अक्तूबर से दो-तीन दिन तक चारधाम सहित अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
इडुक्की की जिलाधिकारी शीबा जॉर्ज ने बताया कि खराब मौसम के कारण इडुक्की के पहाड़ी इलाकों में यात्रा पर प्रतिबंध है। उन्होंने बताया, 'अब तक नौ शव बरामद किए गए हैं। दो लोग लापता हैं।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन से फोन पर बात की और बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की।मोदी ने ट्वीट किया, 'केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन से बातचीत की और केरल में भारी बारिश तथा भूस्खलन के मद्देनजर स्थिति पर विचार-विमर्श किया। अधिकारी घायलों और प्रभावितों की सहायता के लिए काम कर रहे हैं।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं सभी के सुरक्षित रहने और उनकी भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं।' उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, "यह दुखद है कि केरल में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कुछ लोगों की मृत्यु हो गयी। मेरी संवदेनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित केरल के लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराएगा। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि सरकार 'भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर केरल के कुछ हिस्सों की स्थिति पर लगातार नजर रख रही है।’ शाह ने कहा, 'केंद्र सरकार जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हर संभव सहायता मुहैया कराएगी। एनडीआरएफ की टीम पहले ही बचाव अभियान में मदद के लिए भेजी जा चुकी है। सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।'
राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने कहा कि मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।अधिकारियों ने बताया कि सघन बचाव अभियान के दौरान मलबे से तीन बच्चों के शव बरामद किए गए। अधिकारियों ने कहा कि आठ, सात और चार साल की उम्र के ये बच्चे एक-दूसरे को पकड़े हुए थे।
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि कोट्टयम पहुंचे सेना के एक दल ने मलबे में लापता लोगों की तलाश के लिए अभियान जारी है। उन्होंने बताया, 'स्थानीय सूत्रों के अनुसार कुछ लोग अब भी फंसे हुए हैं। अभी भारी बारिश का कोई अनुमान नहीं है। पैंगोड सैन्य स्टेशन की मद्रास रेजीमेंट ने कूट्टीकल से चार किलोमीटर दूर कवाली गांव में बचाव अभियान शुरू किया।' मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने रविवार को लोगों से सतर्क रहने और अधिकारियों ने निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
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