नई दिल्ली : दिल्ली की एक कोर्ट ने शनिवार को निर्भया गैंगरेप के दोषियों के वकील को इजाजत दी है कि वे दोषी विनय शर्मा के द्वारा जेल में लिखी गई नोटबुक की फोटोकॉपी कोर्ट में पेश कर सकते हैं। बताया जाता है कि निर्भया गैंगरेप के एक दोषी विनय शर्मा ने जेल में पेंटिंग और नोटबुक लिखी है जिसका टाइटल उसने 'दरिंदा' दिया है।
दोषियों के वकील की याचिका जिसमें मांग की गई थी कि अन्य तीन दोषियों की क्यूरेटिव और दया याचिका दायर करने के लिए तिहाड़ जेल जरूरी कागजात उपलब्ध नहीं करवा रहा है इसलिए जेल को कोर्ट की तरफ से ये निर्देश दी जाए। इस आवेदन पर सुनवाई करने वाले सेशन जज अजय कुमार जैन ने कहा कि इस मामले में जेल को किसी भी प्रकार के निर्देश देने की जरूरत नहीं है।
जेल अधिकारियों ने पहले ही दोषियों के द्वारा मांगी गई सभी जरूरी कागजातें उपलब्ध करवा दी हैं और अब इनके वकील उनकी लिखी हुई नोटबुक और पेंटिंग्स भी ला रहे हैं। इसलिए इन सब को देखते हुए ऐसा लगता है कि अब जेल प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार के दस्तावेज उपलब्ध करवाए जाने की जरूरत नहीं है।
कोर्ट ने स्वयं जेल प्रशासन को दोषियों के द्वारा लिखी गई नोटबुक और पेंटिंग्स की कॉपी उनके वकील को उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया है। दोषियों की तरफ से केस लड़ने वाले वकील एपी सिंह ने कोर्ट से कहा कि उन्हें देर शाम शुक्रवार को जेल प्रशासन के द्वारा कुछ दस्तावेज उपलब्ध करवाए गए हैं, लेकिन दोषी विनय शर्मा की लिखी गई 160 पेज की पर्सनल डायरी और कुछ मेडिकल दस्तावेज अभी तक नहीं दिए गए हैं।
सिंह ने कहा कि विनय शर्मा की तरफ से दया याचिका दायर करने के लिए उन्हें उन दस्तावेजों की जरूरत है। दूसरी तरफ पब्लिक प्रोसीक्यूटर इरफान अहमद ने इसे फांसी से बचने के लिए विनय शर्मा का तरीका बताया है। उन्होंने दावा किया है कि सभी जरूरी कागजात पहले ही उनके वकीलों को उपलब्ध करा दिया गया है और अब ये सब सिर्फ एक ड्रामा है।
अहमद ने कोर्ट से कहा कि हमारे पास विनय के द्वारा लिखी गई एक डायरी और एक पेंटिंग है। डायरी का टाइटल दरिंदा है। हम इन दस्तावेजों को अभी उन्हें देने को तैयार हैं। विनय के वकील सिंह ने आगे कहा कि विनय शर्मा की तबियत ठीक नहीं है तो उसे मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत है।
उन्होंने कोर्ट से कहा कि जेल प्रशासन चार दोषियों को एक बार फांसी पर लटकाकर एक इतिहास रचने जा रहा है। इसलिए मेरी गुजारिश है कि उन्हें इसके पहले बेहतर मेडिकल सहायता दी जाए। सिंह ने आगे कहा कि इसके पहले पलन को मंडोली जेल में बुरी तरह से पीटा गया था। आपको बता दें कि सभी चारों दोषियों को 1 फरवरी को सुबह 6 बजे तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाया जाना है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।