नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं किसान पिछले सात महीने से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि तीनों कानूनों को निरस्त किया जाए। किसानों ने नेशनल हाइवों को प्रदर्शन का मुख्य स्थल बनाया हुआ है जिससे लोगों को परेशानी भी हो रही है। किसानों के प्रदर्शन के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत यहां आसपास रहने वाले गांववालों को हो रही है और उनका सब्र अब जवाब देने लगा है। किसानों के इस प्रदर्शन के खिलाफ आज दिल्ली हरियाणा के कई गांवों ने 36 बिरादरी की महापंचायत बुलाई है।
हाल ही में एक शख्स को जला दिया गया था जिंदा
दरअसल किसानों और ग्रामीणों के बीच पहले भी विरोध प्रदर्शन को लेकर टकराव देखने को मिला है। कुछ महीने पर टिकरी बॉर्डर पर तो हालात तनावपूर्ण हो गए थे वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर भी लोगों ने किसानों के प्रदर्शन के खिलाफ प्रदर्शन किया था। टकराव उस समय और बढ़ गया था जब हाल ही में टिकरी बॉर्डर पर मुकेश नाम के युवक को जिंदा जलाकर मार दिया गया था। लोगों ने इसका आरोप किसान नेताओं पर लगाया था और इसके बाद से यहां हालात बिल्कुल जुदा हो गए हैं।
36 बिरादरी की महापंचायत
खबर के मुताबिक आज हरियाणा तथा दिल्ली के दर्जनों के लोग एक बड़ी महापंचायत करने जा रहे हैं जो जांटी रोड, सिंघु स्कूल के पास सेरसा गांव की बारात घर में की जा रही है। इसमें 3 हजार से अधिक लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही है। ये लोग किसान आंदोलन के कारण हो रही परेशानियों को लेकर अपना पक्ष रखेंगे। गांव वालों ने ऐलान किया है कि 36 बिरादरी की महापंचायत में आंदोलन को लेकर फैसला लिया जाएगा।
ग्रामीणों को हो रही हैं ये दिक्कतें
दरअसल किसान आंदोलन की वजह से विरोध प्रदर्शन स्थलों के आस पास रहने वाले ग्रामीणों का आरोप है कि इस वजह से उनका काम धंधा चौपट हो गया है। ग्रामीणों का कहना है शुरूआत में हम किसान आंदोलन के पक्ष में थे लेकिन अब हमारे लोगों के खिलाफ ही मारपीट की जा रही है। ऐसे में रविवार यानि आज होने वाली महापंचायत पर सबकी नजरें बनी हुई हैं।
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