नई दिल्ली: हेल्थ स्क्रीनिंग के लिए दिल्ली के लाजपत नगर स्कूल के बाहर खड़े प्रवासियों के एक समूह पर शुक्रवार को कीटाणुनाशक दवा का छिड़काव किया गया। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने बाद में कहा कि यह गलती से हुआ क्योंकि वर्कर जेटिंग मशीन के दबाव को नहीं संभाल सका और मौके पर मौजूद उसके अधिकारियों ने जनता से माफी मांगी।
दरअसल, श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार होने से पहले लाजपत नगर-3 में स्क्रीनिंग के लिए हेमू कालानी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बाहर कई प्रवासी एकत्रित हुए थे, तभी उन पर ये छिड़काव किया गया। घटना की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर प्रसारित की गई, जिसमें देखा जा सकता है कि सैनेटाइज के काम में लगे एक वर्कर ने वहां मौजूद कुछ प्रवासी श्रमिकों पर कीटाणुनाशक छिड़काव किया।
चूंकि स्कूल एक आवासीय कॉलोनी में है, इसलिए परिसर और सड़क को कीटाणुरहित करने की निवासियों की मांग थी। लेकिन जेटिंग मशीन के दबाव के कारण कर्मी कुछ क्षणों तक इसको संभाल नहीं कर सका। एसडीएमसी ने एक बयान जारी कर कहा, 'कर्मचारियों को पहले से ही काम करते समय अधिक सावधान और चौकस रहने का निर्देश दिया गया है। साइट पर मौजूद अधिकारी ने जनता से माफी भी मांगी।'
प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य तक पहुंचाने के लिए श्रमिक ट्रेनें चल रही हैं। रेलवे ने एक मई से 2,317 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिये 31 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है। रेलवे के मुताबिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से अपने घर लौटे इन 31 लाख प्रवासी श्रमिकों में करीब 12 लाख लोग उत्तर प्रदेश, सात लाख से अधिक लोग बिहार, जबकि झारखंड और राजस्थान एक-एक लाख से अधिक लोग लौटे हैं। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, 'राज्य सरकारों ने फंसे हुए लोगों के लिये हमें जो अनुमानित आंकड़ा दिया था, उसे हम पार कर चुके हैं। रेलवे जरूरत पड़ने पर प्रतिदिन 300 तक ट्रेनें चला सकता है।'
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