राजपथ नहीं...'कर्तव्यपथ' कहिए जनाबः नाम बदलने से जुड़ा प्रस्ताव पास, केंद्रीय मंत्री ने याद दिलाई PM की यह बात

देश
अभिषेक गुप्ता
अभिषेक गुप्ता | Principal Correspondent
Updated Sep 07, 2022 | 13:00 IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ सितंबर, 2022 की शाम Kartavya Path का उद्घाटन करेंगे। जल्द ही इसे आम पब्लिक के लिए खोला जाएगा।

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तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है।  |  तस्वीर साभार: IANS
मुख्य बातें
  • एनडीएमसी की मीटिंग में राजपथ का नाम बदलने का प्रस्ताव हो गया पारित
  • आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय से इस बाबत एक प्रस्ताव मिला था
  • इंडिया गेट पर नेताजी की मूर्ति से राष्ट्रपति भवन तक पूरा क्षेत्र- ‘‘कर्तव्य पथ’’

देश की राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट वाले इलाके को नई पहचान मिल गई है। अब यह पूरा क्षेत्र (इंडिया गेट पर नेताजी की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन तक - तीन किलोमीटर लंबा स्ट्रेच है) राजपथ के बजाय कर्तव्यपथ कहलाएगा। बुधवार (सात सिंबर, 2022) को नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) की खास बैठक में इसके नाम बदलने से जुड़ा प्रस्ताव पास हुआ। 

केंद्रीय मंत्री और एनडीएमसी की सदस्य मीनाक्षी लेखी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया- आजादी के बाद से हम गुलामी की मानसिकता को लेकर आगे चल रहे थे। राजपथ यह संदेश देता है कि आप 'राज' से चल रहे हैं। पीएम ने कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और ऐसे में गुलामी से जुड़ी नीतियों और प्रतीक चिह्नों को हमें खत्म करना होगा। ऐसे में राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्यपथ कर दिया गया है।

प्रस्ताव इससे पहले आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय को मिला था, जिसके बाद इसे विशेष बैठक में परिषद के सामने रखा गया। ब्रिटिश शासन के दौरान राजपथ को 'किंग्सवे' के नाम से जाना जाता था।

राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक फैले सेंट्रल विस्टा लॉन, जो अब ‘कर्तव्यपथ’ के नाम से पुकारा जाएगा, इस पूरे इलाके का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी आठ सितंबर, 2022 की शाम करेंगे। Kartavya Path जल्द ही आम पब्लिक के लिए खोला जाएगा। केंद्र की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत इसका रीडेवलपमेंट (पुनरुद्धार) किया गया है।

दरअसल, पीएम ने इस साल अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में औपनिवेशिक सोच दर्शाने वाले प्रतीकों को समाप्त करने पर जोर दिया था। सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री ने 2047 तक अगले 25 साल में सभी लोगों के अपने कर्तव्य निभाने के महत्व पर जोर दिया है और ‘कर्तव्यपथ’ नाम में इस भावना को देखा जा सकता है। मोदी सरकार ने इससे पहले भी कई मार्गों के नाम बदलकर जन-केंद्रित नाम रखे।

साल 2015 में रेसकोर्स रोड का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग किया गया, जहां प्रधानमंत्री आवास है। साल 2015 में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड किया गया। साल 2017 में डलहौजी रोड का नाम दाराशिकोह रोड कर दिया गया। अकबर रोड का नाम बदलने के भी अनेक प्रस्ताव आए, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया। (एजेंसी इनपुट्स के साथ)  

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