नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा में अभी तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसाग्रस्त इलाकों में अब हालात सामान्य हैं और धीरे-धीरे आम जन-जीवन पटरी पर लौट रहा है। पिछले कुछ दिनों से हिंसा की कोई खबर नहीं है। हिंसा को लेकर अभी तक 254 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और 903 लोगों को गिरफ्तार किया है या हिरासत में लिया है। पुलिस ने ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी विभिन्न सोशल मीडिया वेबसाइट पर भड़काऊ पोस्ट लिखने के लिए 13 मामले दर्ज किए हैं। दिल्ली की हर खबर पर हम करीब से नजर बनाए हुए हैं, तो जानिए दिल्ली हिंसा की खबर से जुड़ी हर अपडेट-
दिल्ली पुलिस: आर्म्स एक्ट के तहत 41 मामलों सहित 254 एफआईआर दर्ज की गई हैं। 903 लोगों को या तो गिरफ्तार किया गया है या हिरासत में लिया गया है। पिछले 4 दिनों में दंगे की कोई पीसीआर कॉल नहीं मिली है। दिल्ली पुलिस के PRO, एमएस रंधावा ने बताया, 'उत्तर पूर्वी जिले में स्थिति अब सामान्य है। उन स्थानों पर छूट दी गई है जहां धारा 144 लागू है, आने वाले दिनों में और अधिक दी जाएगी। हम सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं, विशेष सेल ने कई हैंडल को ब्लॉक कर दिया है।'
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने पुष्टि की कि आज तीन शव बरामद किए गए हैं; एक गोकलपुरी में नहर से और दो भागीरथी विहार नहर से।
डीसीपी से मिलने अस्पताल पहुंचे कमिश्नर
दिल्ली पुलिस के आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने आज पटपड़गंज के मैक्स अस्पताल का दौरा किया और शाहदरा के पुलिस उपायुक्त अमित शर्मा से मुलाकात की। अमित शर्मा 24 फरवरी को गोकुलपुरी में दो समूहों के बीच झड़पों के दौरान घायल हो गए थे। कमिश्नर ने अमित शर्मा के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। डीसीपी अमित शर्मा और दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल उपद्रवियों का शिकार हो गए थे और हेड कांस्टेबल रतन लाल की जान चले गई जबकि डीसीपी शर्मा को गंभीर चोटें आईं थी।
दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाके ब्रह्मपुरी पहुंचे धर्मगुरु श्री श्री रविशंकर
आध्यात्मिक धर्मगुरु श्री श्री रविशंकर उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाके ब्रह्मपुरी में पहुंचे हैं। उन्होंने हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना। इस दौरान श्री श्री रविशंकर लोगों ने कहा कि इस दौरान कई लोगों ने जो मदद की वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि सभी को एकसाथ आना चाहिए और सद्भाव को कायम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार अपना काम कर रही है और अपना भरोसा बनाने के लिए लोगों को आपस में मिलना पड़ेगा। रविशंकर ने कहा कि वह अन्य हिंसा प्रभावित इलाकों का भी दौरा करेंगे।
जवान के परिवार की मदद के लिए आगे आई ओडिशा सरकार
दिल्ली हिंसा के दौरान बीएसएफ के जिस जवान के घर को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया था अब उसकी मदद के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक आगे आए हैं। पटनायक ने सीएम राहत कोष से बीएसएफ कांस्टेबल मोहम्मद अनीस को 10 लाख रुपये की राहत दी। उत्तर पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास इलाके में स्थित अनीस के घर में हिंसक भीड़ ने आग लगा थी। अनीस फिलहाल ओडिशा के नक्सल प्रभावित मलकानगिरी में बीएसएफ की 9 वीं बटालियन में कार्यरत हैं।
राजनीतिक दलों ने सोशल मीडिया के जरिए लगाई आग
गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने दिल्ली हिंसा के बारे में बात करते हुए कहा, 'हमने पिछले दिनों दिल्ली में हिंसा देखी। इसमें जान माल का नुकसान हुआ। कुछ राजनीतिक पार्टियों ने सोशल मीडिया पर भी आग लगाने का काम किया। जी मोदी सरकार हिंसा की जड़ों का पता लगाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मैं दोहराना चाहता हूं कि सीएए किसी भारतीय की नागरिकता नहीं छीनना है, बल्कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में सताए गए धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देता है।'
खुलने लगे हैं बाजार
हिंसा प्रभावित इलाकों में जनजीवन सामान्य हो रहे हैं। बाजार खुलने लगे हैं। जाफराबाद में भी दुकानें खुलने लगी है। हालांकि सुरक्षाकर्मी अभी भी बड़ी संख्या में तैनात किए गए हैं। इस बीच दिल्ली पुलिस ने लोगों को अफवाहों से बचने की सलाह दी है।
हालात हुए सामान्य
उत्तर पूर्वी दिल्ली में सामान्य हुए हालात। जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर और सीलमपुर की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें लोग अपनी दिनचर्या के लिए सड़कों पर दिख रहे हैं। सांप्रदायिक हिंसा में सबसे बुरी तरह प्रभावित इन इलाकों में पिछले पांच दिनों की तुलना में सड़कों पर अधिक वाहन और लोग दिखे। सुरक्षाकर्मियों की व्यापक गश्त के बीच खुलीं कुछ दुकानों से किराने का सामान और दवाइयां खरीदने के लिए लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक अवैध और आपत्तिजनक सामग्री का प्रसार करने के लिए कई सोशल मीडिया अकाउंट बंद कर दिए गए हैं। सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया को ऑनलाइन प्लेटफार्म का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करने का परामर्श जारी किया गया है। सुरक्षाकर्मी फ्लैग मार्च निकाल रहे हैं और स्थानीय लोगों का डर खत्म करने के लिए रोज उनसे बातचीत कर रहे हैं।
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