नई दिल्ली : फरवरी में हुए दिल्ली दंगों एवं इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या की जांच करने वाली दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में सनसनीखेज खुलासे और दावे किए हैं। दिल्ली पुलिस की मानें तो तब्लीगी मरकज के कुछ सदस्य दंगों की साजिश करने वाले के साथ संपर्क में थे। इस खुलासे के बाद दिल्ली हिंसा मामले में एक नया मोड़ आ गया है। यह पहली बार है जब निजामुद्दीन मरकज और दिल्ली दंगों के तार आपस में जुड़ रहे हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की जांच में यह बात सामने आई है कि आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के एक खास इलाके में उन्मादी भीड़ का नेतृत्व किया है और उन्हें हिंसा करने के लिए उकसाया।
दंगों में फैसल फरूकी की भूमिका सामने आई
दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक हिंसा के दौरान फैसल फरूकी की अगुवाई में उपद्रवियों ने शिव विहार स्थित डीआरपी कॉन्वेंट स्कूल को निशाना बनाया और उसे क्षतिग्रस्त किया। जांच में सामने आया है कि फैसल फरूकी मरकज निजामुद्दीन के प्रमुख मौलाना साद के करीबी सहयोगी अब्दुल अलीम के साथ संपर्क में था। फैसल फरूकी और अब्दुल अलीम एक-दूसरे के संपर्क में थे।
फरूकी ने देवबंद का दौरा किया
पुलिस की मानें तो दिल्ली दंगों के एक दिन पहले फरूकी ने देवबंद का दौरा किया था। दिल्ली पुलिस को अपनी जांच से ऐसा लगता है कि मरकज ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगों को हवा देने के लिए फंड की व्यवस्था की। बता दें कि मरकज का वित्तीय नेटवर्क पहले से ही जांच के घेरे में है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मरकज के वित्तीय लेन-देन की जांच कर रहा है।
मौलाना साद का करीबी अलीम संदेह के घेरे में
पुलिस दिल्ली दंगों में फैजल फरूकी की भूमिका अहम मान रही है। दंगों से पहले फरूकी का मौलाना साद के करीब के साथ संपर्क में होना कई सवाल खड़े कर रहा है। पुलिस ने दंगों के समय फरूकी और अलीम के कॉल डिटेल्स की भी जांच की है। ऐसे में पुलिस को संदेह है कि दिल्ली दंगों में कहीं मरकज की संलिप्तता तो नहीं है। दंगों को भड़काने और फैजल फरूकी को मदद पहुंचाने में दिल्ली पुलिस मरकज एंगल की भी जांच कर रही है। पुलिस का दावा है कि फैसल फरूकी ने दंगों के लिए यूपी के गैंगस्टर्स को दिल्ली बुलाया।
अंकित शर्मा हत्याकांड में चार्जशीट दायर
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्याकांड में चार्जशीट दायर की। अपने आरोपपत्र में पुलिस ने कहा है कि अंकित की हत्या के पीछे एक गहरी साजिश थी क्योंकि आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन के नेतृत्व वाली भीड़ ने उसे निशाना बनाया।
आरोपपत्र में कहा गया है, ‘पास की एक छत पर खड़े एक गवाह ने अपने मोबाइल फोन से एक वीडियो बनाई जिसमें कुछ लोग शव को नाले में डालते दिख रहे हैं। पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सकों ने अंकित के शरीर पर 51 चोट के निशान पाए।’ इस मामले में ताहिर हुसैन सहित 10 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था।
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