Gurmeet Ram Rahim: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की 30 दिन की पैरोल 17 जुलाई को समाप्त हो गई। इस पैरोल के दौरान उन्होंने अपने परिवार, अपनी दत्तक बेटी हनी प्रीत के साथ समय बिताया और अपने अनुयायियों के साथ सवाल-जवाब का सेशन लिया। इंस्टाग्राम पर ऐसे ही एक लाइव सेशन के दौरान उन्होंने अपने फॉलोवर्स को बताया कि उनका ब्लड ग्रुप O पॉजिटिव से O नेगेटिव हो गया है। हालांकि उन्होंने अपने इस विचित्र दावे का कोई सबूत या मेडिकल पेश नहीं किया।
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने ब्लड ग्रुप बदलने का किया दावा
राम रहीम का ब्लड ग्रुप बदलकर हुआ O नेगेटिव
मेडिकल तौर से किसी व्यक्ति का ब्लड ग्रुप जीवन भर कभी नहीं बदलता है, इसके अलावा वास्तव में असाधारण मामलों जैसे कि जब वे बोन मैरो ट्रांसप्लांट कराते हैं या कैंसर का एक दुर्लभ रूप प्राप्त करते हैं। साथ ही इनमें से कोई भी परिवर्तन स्थायी नहीं है। गुरमीत राम रहीम ने डेरा सच्चा सौदा के दूसरे आध्यात्मिक नेता शाह सतनाम सिंह का आह्वान किया और कहा कि जब उनकी मौत हुई तो उन्होंने उन्हें नहीं छोड़ने के लिए कहा, जिस पर उन्होंने कथित तौर पर जवाब दिया कि वह हमेशा उनके अंदर रहते हैं। इसके बाद उनके दावों के मुताबिक उनका ब्लड ग्रुप बदलकर O नेगेटिव हो गया।
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गुरमीत राम रहीम ने ये भी दावा किया कि उनके ड्राइविंग लाइसेंस पर ब्लड ग्रुप O पॉजिटिव के रूप में दर्ज है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम लाइव सेशन में कुछ अन्य दावे भी किए, जिसमें उन्होंने ये कहा कि उन्होंने महज 8 साल की उम्र में ट्रैक्टर चलाना और उसकी मरम्मत करना सीख लिया था। पैरोल के दौरान राम रहीम अपने बागपत आश्रम में रहा।
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