Dhakad Exclusive : ओमाइक्रॉन कोरोना का वो वेरिएंट जो विदेशों में आग की तरह फैल रहा है। द.अफ्रीका, नीदरलैंड्स के बाद अब 20 से ज्यादा देशों में ये वायरस पहुंच चुका है। हिंदुस्तान में इस वायरस की एंट्री अब तक नहीं हुई है, तो राहत की बात है, केंद्र सरकार ओमाइक्रॉन से लड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, 15 दिसंबर से जो इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू होनी थी उसे फिलहाल टाल दिया गया है। राज्य सरकारों ने भी इस वेरिएंट से लड़ने के लिए अलग-अलग रणनीति बनाई है, जिसमें एयरपोर्ट पर विदेश से आ रहे यात्रियों का कोविड टेस्ट अनिवार्य है। इन नियमों का रिएलिटी चेक जानने के लिए आज देश के 2 बड़े एयरपोर्ट पर हमारे रिपोर्टस पहुंचे लेकिन वहां जाकर जो उन्होंने देखा, और जो उन्हें पता चला उससे ओमाइक्रॉन को हिंदुस्तान में आने से रोकना बेहद ही मुश्किल हो जाएगा।
ओमाइक्रॉन का खतरा बढ़ रहा है। पूरी दुनिया कोरोना के नए वेरिएंट की दहशत में है। कई देशों में इस वेरिएंट के मरीज तेजी से बढ़े हैं। कोरोना की तीसरी लहर का डर भी काफी बढ़ गया है। हिंदुस्तान में अभी तो ओमाइक्रॉन का कोई केस सामने नहीं आया है लेकिन जिस तरह से नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, उससे ओमाइक्रॉन को हिंदुस्तान में आने से रोकना मुश्किल हो जाएगा।
ओमाइक्रॉन के खिलाफ जंग में बैंगलुरु सरकार ने रणनीति बनाई है कि विदेश से आने वाले हर यात्रियों का एयरपोर्ट पर कोविड टेस्ट किया जाएगा।
सरकार ने नियम बना दिए लेकिन इन नियमों का पालन हो रहा है या नहीं ये जानने के लिए TIMES NOW नवभारत के संवददाता दीपक बैंगलुरु एयरपोर्ट पहुंचे। जहां दुबई से आए कईं यात्री उन्हें मिले जिन्होंने साफ कहा कि, दुबई में तो हमारा कोविड टेस्ट हुआ लेकिन बैंगलुरु पर उनका कोई टेस्ट नहीं हुआ। बस दुबई की रिपोर्ट के आधार पर उन्हें एयरपोर्ट से बाहर जाने दिया।
आपने इन यात्रियों का बयान सुना। जिससे साफ हुआ कि ओमाइक्रॉन के खिलाफ जंग के लिए प्लानिंग हो रही है, नियम भी बनाए गए हैं लेकिन ग्राउंड पर उन्हें लागू नहीं किया गया है तो ऐसे में आप खुद सोचिए कि कैसे हिंदुस्तान ओमाइक्रॉन से बचेगा। वैसे ढिलाई विदेश से आए यात्रियों के लिए ही नहीं डोमेस्टिक यात्रियों के लिए भी कोई रूल फॉलो नहीं किया जा रहा। ना उनसे वैक्सीनेशन का अपडेट लिया जा रहा है और ना ही उनके कोविड वैक्सीनेशन का सर्टीफिकेट देखे जा रहे है।
अभी तो हमने आपको बैंगलुरु एयरपोर्ट का हाल दिखाया। अब बात देश की राजधानी की। जहां हजारों की संख्या में विदेश नागरिक आते हैं। जो यात्री ट्रैवल के लिए एयरपोर्ट के अंदर जा रहे हैं, उनकी तो जांच की जा रही है, लेकिन यहां भी विदेश से आ रहे यात्रियों का कोविड टेस्ट नहीं हो रहा है।
देश के 2 बड़े एयरपोर्ट का हाल हमने आपको दिखाया। हमने आपको दिखाया कि कैसे केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने ओमाइक्रॉन के खतरे को देखते हुए आदेश तो जारी कर दिए हैं लेकिन इसे लागू अब तक नहीं किया गया है और अगर ऐसे ही इन नियमों को नजरअंदाज किया गया, तो फिर ओमाइक्रॉन से बचाव बेहद मुश्किल है।
विदेश से आने वाले हर यात्री के लिए कोविड टेस्ट अनिवार्य
टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने पर यात्री घर जा सकते हैं
7 दिन तक क्वारंटीन में रहना होगा
कोरोना के लक्षण होने पर 5वें दिन फिर टेस्ट होगा
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर अस्पताल में भर्ती
अस्पताल में ही इलाज किया जाएगा
ओमाइक्रॉन की पुष्टि होने पर अलग आइसोलेशन में इलाज
हाई रिस्क वाले देशों के यात्रियों का कोविड टेस्ट
एयरपोर्ट पर ही किया जाएगा कोविड टेस्ट
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर जीनोम सिक्वेंसिंग
एयरपोर्ट के बाद बस-रेलवे स्टेशन पर भी RT-PCR टेस्ट
इंटरस्टेट कनेक्टिविटी वाले बस स्टेशन पर जांच
बिना टेस्ट किसी यात्री की यूपी में एंट्री नहीं
जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाए रफ्तार-सीएम
मास्क अनिवार्य, कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन
केंद्र सरकार की गाइडलाइंस का पालन हो
विदेश से आने वाले यात्रियों का कोविड टेस्ट
रिपोर्ट नेगेटिव आने पर होम क्वारंटीन
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर आइसोलेशन-जीनोम सीक्वेंसिंग
हाई रिस्क देशों के यात्रियों 14 दिन का क्वारंटीन
8वें दिन एक बार फिर टेस्ट होगा
रिपोर्ट आने के बाद भी 7 दिन का क्वारंटीन
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सरकारी केंद्रों पर इलाज
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