बिम्सटेक को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें क्षेत्रीय सहयोग को प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने यूरोप में हाल के घटनाक्रमों का जिक्र किया है। पीएम मोदी ने कहा कि यूरोप संकट की वजह से अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की स्थिरता पर सवाल खड़ा हुआ है। इस संदर्भ में क्षेत्रीय सहयोग करना एक बड़ी प्राथमिकता बन गई है।आज हम अपने समूह के लिए संस्थान संरचना विकसित करने के लिए बिम्सटेक चार्टर अपना रहे हैं।
बिम्सटेक सचिवालय को भारत देगा 1 मिलियन डॉलर
भारत अपने परिचालन बजट को बढ़ाने के लिए (बिम्सटेक) सचिवालय को 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्रदान करेगा । (बिम्सटेक) सचिवालय की क्षमता को मजबूत करना महत्वपूर्ण है। मेरा सुझाव है कि महासचिव इसके लिए एक रोडमैप तैयार करें।हम नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित बिम्सटेक छात्रवृत्ति कार्यक्रम के दायरे का विस्तार और विस्तार करने पर काम कर रहे हैं। हम आपराधिक मामलों पर आपसी कानूनी सहायता पर एक संधि पर भी हस्ताक्षर कर रहे हैं।
बंगाल की खाड़ी की महत्ता अब ज्यादा
बंगाल की खाड़ी को संपर्क, समृद्धि और सुरक्षा का पुल बनाने का समय आ गया है। मैं सभी बिम्सटेक देशों का आह्वान करता हूं कि वे 1997 में एक साथ हासिल किए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नए उत्साह के साथ काम करने के लिए खुद को समर्पित करें। उन्होंने कहा कि हमें क्षेत्रीय जरूरतों के हिसाब से एक दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ना होगा। वर्तमान वैश्विक परिदृ्शय में जिस तरह के हालात बने हुए हैं उसकी गंभीरता को समझते हुए हमें आगे की दिशा में बढ़ने के लिए एक साथ आना होगा।
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