Fact Check: क्या सांस रोक इस फॉर्मूले से आपने भी की है कोरोना जांच? जानें इसकी सच्चाई

देश
Updated May 07, 2021 | 23:17 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

व्हाट्सऐप पर एक मैसेज के द्वारा दावा किया जाता है कि अगर कुछ सेकंड तक आप सांस रोक सकते हैं तो आप कोरोनो वायरस से मुक्त हो सकते हैं। जानें क्या है इस फॉर्मूले की सच्चाई

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कोरोना को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे 

नई दिल्ली: पिछले साल से जबसे कोरोना वायरस की देश में एंट्री हुई है, तब से लेकर अभी तक सोशल मीडिया पर इसे लेकर इतने दावे किए गए हैं कि लगता है कि हर कोई कोरोना वायरस को लेकर बहुत कुछ जानता है। व्हाट्सऐप पर इसे लेकर कई मैसेज चलते रहते हैं। कोरोना से बचाव के लिए कई उपाय बताए जाते हैं। एक ऐसा ही मैसेज व्हाट्सऐप पर चलता है। इसमें एक फॉर्मूले के तहत कोरोना की जांच का दावा किया जाता है।

इसमें दावा किया जाता है कि यदि आप बिना किसी असुविधा के कुछ सेकंड के लिए अपनी सांस रोक सकते हैं, तो आप कोरोनो वायरस के संक्रमण से मुक्त हो सकते हैं।

लेकिन ये दावा फर्जी है। #PIBFactCheck में यह दावा फर्जी निकला है। सांस रोककर, ऑक्सीजन लेवल चेक करके कोविड 19 की जांच नहीं की जा सकती है। कोविड 19 की जांच के लिए हमेशा आरटी-पीसीआर टेस्ट या रैपिड एंटीजन टेस्ट पर ही भरोसा करें। 

तो अगली बार जब ये मैसेज आपको कोई भेजे तो मजे के लिए ऐसा करके देख सकते हैं, लेकिन उनसे तुरंत कहें कि ये कोरोना की जांच करने का सही तरीका नहीं है।

TIMESNOW FACT CHECK
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Claim
कुछ सेकंड तक आप सांस रोक सकते हैं तो आप कोरोनो वायरस से मुक्त हो सकते हैं
Conclusion
सांस रोककर, ऑक्सीजन लेवल चेक करके कोविड 19 की जांच नहीं की जा सकती है
Fact Check
This meter determines the nature of the claim
Absolutely True Mostly True Half true Mostly lies Absolutely false

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