Farmers Protest in Punjab: पंजाब के किसानों का अपनी मांगों को लेकर आज होने वाला आंदोलन टल गया है। किसानों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात और मिले आश्वासन के बाद आंदोलन टालने का फैसला किया है। किसानों और मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में इस बात पर सहमति बनी है कि सरकार गन्ने का जो बकाया मिलों के पास है उसकी अदायगी सरकार करेगी। इसके अलावा गन्ने के रेट पर भी सहमति बनी है। गन्ने की बकाया अदायगी के लिए सरकार ने सात सितंबर तक का समय किसानों को दिया है। इसके अलावा तीन कृषि कानूनों के विरोध में हुए किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को 5 अगस्त तक 5 लाख रुपये की सहायता राशि दे दी जाएगी।
किसानों ने रखी ये शर्त
बैठक के बाद किसान नेताओं का कहना है कि यदि सात सितंबर तक गन्ने के बकाये की अदायगी हो जाती और गन्ने के मूल्य पर भी सरकार ने फैसला कर लिया तो आंदोलन बंद कर दिया जाएगा। लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है सात सितंबर के बाद किसान दोबारा फिर से सड़कों पर उतर आएंगे और तय कार्यक्रम के अनुसार पंजाब के विभिन्न स्थानों पर सड़कों पर धरने देंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने मुख्यमंत्री से हुई मीटिंग के बाद कहा कि सरकार ने मिलों के पास जो गन्ने का बकाया राशि है उसे खुद देने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा नरमे की फसल को जो सफेद मक्खी औ गुलाबी सुंडी के कारण नुकसान हुआ है उसकी गिरदावरी करवाने के भी आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलावृष्टि के कारण जो फसलों को नुकसान हुआ है उसमें कुछ तकनीकी दिक्कतें आ रही थी लेकिन फिर भी उन्होंने फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेकर मुआवजा देने के आदेश दिए हैं।
सरकार ने दी ये डेडलाइन
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों के साथ हुई बैठक के बाद कहा है कि मेरे कार्यकाल में उन्हें अपनी वास्तविक मांगों के लिए विरोध-प्रदर्शन नहीं करना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि गन्ना बकाया 195.60 करोड़ रुपये है और इसमें से 100 करोड़ रुपये 15 अगस्त, जबकि शेष 95.60 करोड़ रुपये 7 सितंबर तक चुका दिए जाएंगे।
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