नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरा देश एकजुट है। लेकिन हम सबका अनदेखा दुश्मन हमला करने से बाज नहीं आ रहा है। भारत में कोरोना के कुल मामले 9 हजार के पार है, तो मरने वालों की तादाद 300 के आंकड़े को पार कर चुकी है। कोरोना का सबसे ज्यादा कहर महाराष्ट्र और मुंबई में दिखाई दे रहा है। दिल्ली में इस संकट से निपटने के लिए सील किये गए इलाकों की संख्या बढ़ा दी गई है, कहने का अर्थ यह है कि दिल्ली में अब कुल 43 हॉट स्पॉट की पहचान की गई है।
दिल्ली सरकार ने हॉट स्पॉट की परिभाषा बदली
हॉट स्पॉट उन इलाकों को घोषित किया जा रहा है जहां 6 या उससे अधिक मामले सामने आए हैं। लेकिन अब दिल्ली सरकार उन इलाकों को हॉट स्पॉट घोषित कर रही है जहां पर कोरोना के तीन या उससे अधिक मामले सामने आ रहे हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रा सत्येंद्र जैन ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता यह है कि अभी माइक्रो लेवल पर इलाकों की पहचान कर उन्हें आइसोलेट किया जाए ताकि कोरोना के फैलाव को रोका जा सके।
सैनिटाइजेशन और आइसोलेशन पर खास जोर
दिल्ली सरकार का कहना है कि कोरोना पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने केवल इलाकों को सैनिटाइज करा रही है बल्कि रैपिड टेस्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह बात सच है कि पर्याप्त मात्रा में किट्स उपलब्ध नहीं हैं। लेकिन सरकार की कोशिश है कि जनजागरण के जरिए लोगों को यह संदेश दिया जाए कि सोशल डिस्टेंसिंग के जरिए ही हम कोरोना के चेन को तोड़ सकते हैं।
कोरोना के खिलाफ जंग में लॉकडाउन बेहतर हथियार
दिल्ली सरकार का कहना है कि कोरोना वायरस के खिलाफ लॉकडाउन के जरिए जो लड़ाई लड़ी जा रही है वो कारगर है। हाल के दिनों में जो मामले सामने आए हैं वो मरकज से जुड़े हुए हैं। सरकार की तरफ से पूरी कोशिश की जा रही है भी एक भी संदिग्ध शख्स जांच प्रक्रिया या स्क्रीनिंग के दायरे से न छूट सके। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी कहा था कि अब उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जो जाने अनजाने इस त्रासदी का हिस्सा बन रहे हैं।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।