Kanpur Violence: कानपुर में 3 जून को भड़की हिंसा के बाद आज पहली जुमे की नमाज है। जुमे की नमाज से पहले कानपुर शहर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं और धारा 144 लागू कर दी गई है। सुरक्षा के लिहाज से पीएसी, आरएएफ और क्विक रिस्पांस टीम के जवानों को मुस्लिम बहुल इलाकों में तैनात किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, कानपुर के जिला मजिस्ट्रेट विशाख जी अय्यर और पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने भी मुस्लिम मौलवियों और हिंदू पुजारियों समेत धार्मिक नेताओं के साथ बैठक की, ताकि उन्हें विश्वास में लिया जा सके।
पिछले हफ्ते जुमे की नमाज के दौरान भड़की थी हिंसा
Sawal Public Ka: क्या कानपुर में हिंसा योगी मॉडल पर चोट पहुंचाने के लिए की गई?
बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की ओर से पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी के विरोध में दुकानें बंद करने के प्रयास को लेकर पिछले हफ्ते शुक्रवार की नमाज के बाद कानपुर के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क गई थी। मौलवियों और पुजारियों को अपने-अपने समुदायों के सदस्यों को शांति बनाए रखने के लिए मनाने के लिए कहा गया है।
ड्रोन कैमरों से कड़ी निगरानी रख रही पुलिस
कानपुर के एसएसपी ने कहा कि संवेदनशील इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है। साथ ही पुलिस ड्रोन कैमरों से कड़ी निगरानी रख रही है। उन्होंने कहा कि यतीम खाना और परेड समेत हिंसा प्रभावित इलाकों में एक रूट मार्च निकाला गया है। पुलिस ने लोगों से कानून को अपने हाथ में नहीं लेने का आग्रह किया। साथ ही कहा कि अफवाह फैलाने वालों और कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं कानपुर हिंसा मामले में पुलिस ने ये दावा किया है कि आरोपियों की फंडिंग विदेश से होती थी और इसी के चलते मुख्य आरोपी माने जा रहे जफर के बैंक खातों को खंगाला जा रहा है ताकि और ट्रांजेक्शन सामने आ सके।
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