Assam Floods: पूर्वोत्तर के राज्य असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। पिछले 24 घंटों में 7 और लोगों की मौत के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 107 हो गई है। इन 7 मौतों में से कछार और बारपेटा जिले में दो-दो और बजली, धुबरी और तामूलपुर जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। राज्य के 32 जिलों में 54 लाख से अधिक लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं।
असम में पिछले 24 घंटों में 7 की मौत
गुरुवार को मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सिलचर कस्बे का हवाई सर्वेक्षण किया। ब्रह्मपुत्र और बराक नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। मुख्यमंत्री सरमा ने संवाददाताओं से कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और अन्य एजेंसियां बचाव अभियान चला रही हैं, लेकिन फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए सेना की अतिरिक्त टुकड़ियां शुक्रवार को यहां पहुंचेंगी।
Assam Flood: असम में पिछले 24 घंटों में 4 बच्चों समेत 12 की मौत, 54 लाख से अधिक लोग प्रभावित
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र असम की स्थिति की समीक्षा कर रहा है। अपने एक ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में असम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है। केंद्र सरकार असम में स्थिति की लगातार निगरानी कर रही है और इस चुनौती से निपटने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है।
एक दूसरे ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि सेना और एनडीआरएफ की टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद हैं। वे निकासी अभियान चला रहे हैं और प्रभावित लोगों की सहायता कर रहे हैं। वायु सेना ने निकासी प्रक्रिया के एक हिस्से के रूप में 250 से अधिक उड़ानें भरी हैं। पीएम मोदी ने बाढ़ से प्रभावित लोगों की सलामती की दुआ भी की।
बारपेटा राज्य का सबसे ज्यादा प्रभावित जिला
राज्य भर में 2.50 लाख से अधिक लोगों ने 759 राहत शिविरों में शरण ली है। बारपेटा राज्य का सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है। इस जिले में 10 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। नगांव में पांच लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं, इसके बाद कामरूप में करीब 4.30 लाख लोग प्रभावित हैं। साथ ही बाढ़ से एक लाख हेक्टेयर से अधिक फसल भूमि भी प्रभावित हुई है।
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