जम्मू: जम्मू कश्मीर परिसीमन आयोग ने अंतिम रिपोर्ट जारी कर दी है और इसके साथ ही अब राज्य में विधानसभा चुनाव का रास्ता भी साफ हो गया है। परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने से यहां पर सात विधानसभा सीटों का इजाफा होते हुए कुल 90 सीटें हो जाएंगी जिसमें जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 सीटें होंगी। इस बीच राजनीतिक दलों ने भी चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है और इसी कड़ी में कांग्रेस राज्य में अपनी संभावनाओं को टटोलने में जुट गई हैं। कांग्रेस के पूर्व विधायक ने राज्य प्रभारी के सामने ऐसा बयान दिया है जो पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
जम्मू कश्मीर की प्रभारी और राज्य सभा सदस्य रजनी पटेल जब नेताओं से फीडबैक ले रही थी तो पूर्व विधायक मोहम्मद अमीन भट ने कहा कि यदि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में एक भी सीट जीतती है तो मुझे लाल चौक पर गोली मार देना। अमीन भट्ट को गुलाम नबी आजाद का भरोसेमंद माना जाता है। भट मांग कर रहे हैं कि गुलाम नबी आजाद को सीएम का कैंडिडेट घोषित किया जाए। भट ने कहा कि इस समय राज्य में कांग्रेस के लिए अच्छे हालात नहीं है। उन्होंने कहा, 'गुलाम नबी आजाद के बगैर कांग्रेस जीरो है। अगर आज आप आजाद साहब को पार्टी प्रेसीडेंड नहीं, सीएम कैंडिडेट घोषित करते हैं तो आप देखेंगे कि हमारी ही सरकार बनेगी। '
परिसीमन आयोग की सिफारिश, जम्मू में हो 43 और कश्मीर में 47 विधानसभा सीटें
आपको बता दें कि मार्च 2020 में गठित जम्मू कश्मीर परिसीमन आयोग ने बृहस्पतिवार को अपनी अंतिम रिपोर्ट अधिसूचित करते हुए जम्मू क्षेत्र को छह नई विधानसभा सीटें और कश्मीर घाटी को एक नई विधानसभा सीट देते हुए राजौरी व पुंछ इलाकों को अनंतनाग संसदीय सीट के तहत लाने की सिफारिश की थी। केंद्र शासित प्रदेश के 90 सदस्यीय सदन में जम्मू मंडल में अब 43 विधानसभा सीटें होंगी जबकि कश्मीर में 47 सीटें होंगी।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि परिसीमन प्रक्रिया 'गुप्त एजेंडे' पर पर्दा डालकर 'गुमराह' करने का एक तरीका है और परिसीमन के दौरान किसी भी हद तक की गई 'गड़बड़ी' से जम्मू-कश्मीर के जमीनी हालात में कोई बदलाव नहीं आ सकता।
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