नई दिल्ली: गोरखनाथ मंदिर हमला मामले में यूपी पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है रोज ही इस मामले नए खुलासे हो रहे हैं, इस मामले में ताजा खुलासे में बताया जा रहा है कि आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी आईएसआईएस (ISIS) प्रोपेगेंडा एक्टिविस्ट मेहंदी मशरुर विश्वास के संपर्क में था, इस बात का खुलासा यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने किया है।
प्रशांत कुमार ने बताया कि मुर्तजा अब्बासी ने साल 2013 अंसार उल तौहीद आतंकी संगठन की बैयत (शपथ ) ली थी, जिसका एक साल यानी 2014 में आईएसआईएस में विलय हो गया था।
एडीजी के मुताबिक आरोपी का प्लान गोरखनाथ मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर बांके से हमला कर उनके हथियार छीन कर बड़ी घटना को अंजाम देना था, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से ऐसा हो नहीं पाया।
प्रशांत कुमार के मुताबिक, अहमद मुर्तजा अब्बासी ने आतंकी घटना के लिए इंटरनेट से एके-47, कार्बाइन और मिसाइल टेक्नोलॉजी आदि से संबधित वीडियो देखे थे इसके अलावा फायरिंग के लिए भी मुर्तजा ने प्रैक्टिस की थी।
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि मुर्तजा से पूछताछ के बाद ये बात सामने आई है, प्रशांत कुमार ने बताया कि यूपी एटीएस द्वारा मुर्तजा से की गई पूछताछ में आतंकी संगठन ISIS के एक्टिविस्ट से सम्पर्क में होने के सबूत सामने आ रहे हैं, वहीं सोशल मीडिया के जरिए लगातार मुर्तजा ISIS के विदेशों में बैठे आतंकियों और समर्थकों के संपर्क में था।
बताया जा रहा है कि आरोपी आईएसआईएस की आतंकी विचारधारा को बढ़ाने वाले जेहादी साहित्य से प्रभावित था वहीं कहा जा रहा है कि आरोपी ने अपने बैंक खातों से करीब साढे आठ लाख रुपये यूरोप, अमेरिका के देशों में आईएसआईएस समर्थकों को भेजे थे।
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