उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे को लेकर आज सुनवाई हुई। अब इस पर कल सुनवाई होनी है। इस बीच हिंदू पक्ष की तरफ से भी एक याचिका दायक की गई है। इसमें कहा गया है कि मस्जिद के अंदर वाला ताला खोलकर वीडियोग्राफी हो। अदालत में हिंदू पक्ष ने कहा कि जब अभी कोई कार्रवाई प्रारंभ ही नहीं हुई है। जहां वीडियोग्राफी होनी है, वहां वो हुई नहीं है। ऐसे में कोर्ट कमिश्नर बदलने का कोई सवाल ही नहीं है। वहीं कोर्ट कमिश्नर को भी आज जवाब दाखिल करना था, लेकिन उन्होंने कोई लिखित जवाब दाखिल नहीं किया। मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट कमिश्नर को बदलने की मांग की है। कोर्ट कमिश्नर पर पक्षपात का आरोप लगाया गया है।
श्रृंगार गौरी मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के संबंध में कोर्ट द्वारा नियुक्त आयुक्त द्वारा मस्जिद का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया गया था। याचिकाकर्ता सोहनलाल ने कहा कि मामले को अटकाने-भटकाने-लटकाने की कोशिश की जा रही है। छह और सात मई को ज्ञानवापी परिसर में वीडियोग्राफी और सर्वे का काम किया गया है।
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इससे पहले ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे से बड़ा खलासा हुआ। सर्वे टीम के साथ गए कैमरामैन गणेश शर्मा का दावा है कि पश्चिमी दीवार पर मूर्तियां उकेरी गई हैं। दीवार पर स्वास्तिक निशान दिखा। स्वास्तिक निशान की वीडियोग्राफी की। कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की वीडियोग्राफी और सर्वे का ऑर्डर दिया, जो सिर्फ मस्जिद की बैरिकेडिंग के बाहर ही हो पाया। मस्जिद में मौजूद लोगों के भारी विरोध की वजह से सर्वे टीम अंदर दाखिल ही नहीं हो पाई।
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ज्ञानवापी में मंदिर साबित करने वाले दस्तावेज
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