मुंबई के घाटकोपर में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) कार्यालय में लाउडस्पीकर से 'हनुमान चालीसा' बजाया जा रहा है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने शनिवार को कहा था कि मैं अभी चेतावनी दे रहा हूं। लाउडस्पीकर हटाओ वरना मस्जिद के सामने लाउडस्पीकर लगा देंगे और हनुमान चालीसा बजाएंगे। उधर शिवसेना सांसद संजय राउत ने मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर को बंद करने की राज ठाकरे की मांग को लेकर रविवार को उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मनसे प्रमुख का भाषण बीजेपी द्वारा लिखित और प्रायोजित था।
मनसे नेता महेंद्र भानुशाली ने कहा कि मुंबई पुलिस ने मुझ पर 5,050 रुपए का जुर्माना लगाया और नोटिस दिया कि अगर मैं इसे फिर से चलाया, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। मेरे लाउडस्पीकर बाद में दिए जाएंगे। एमवीए सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो मस्जिदों के सामने बड़े-बड़े लाउडस्पीकरों पर बजाई जाएगी 'हनुमान चालीसा'। भानुशाली ने कहा कि क्या हिंदू प्रार्थनाओं से दुश्मनी पैदा होनी चाहिए? अगर किसी को इससे परेशानी है तो वह कान बंद कर अपने घरों के अंदर बैठ जाएं। ऐसी बातों का विरोध करने पर उन्हें जवाब दिया जाएगा। जो हुआ उसके बारे में जानकारी देने के लिए मैं कल राज साहब से मिल रहा हूं।
मनसे प्रमुख की तरफ परोक्ष रूप से इशारा करते हुए राउत ने मीडिया से कहा कि यह स्पष्ट है कि कल शिवाजी पार्क में लाउडस्पीकर को लेकर दिए गए भाषण की पटकथा बीजेपी ने लिखी और प्रायोजित की थी। राउत ने राज ठाकरे की उस टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि शिवसेना को बारी-बारी से मुख्यमंत्री पद संभालने का आश्वासन 2019 के चुनावी नतीजों की घोषणा के बाद ही याद आया, जो शिवसेना-बीजेपी गठबंधन की सरकार के लिए जनादेश था, न कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के लिए।
शिवसेना नेता ने कहा कि मैं सोचता हूं कि कुछ लोगों की अक्ल दाढ़ इतनी देर से क्यों निकलती है। विधानसभा में बहुमत के आधार पर सरकारें बनती हैं। जरूरी संख्या एमवीए के पास थी। झूठे लोगों को सबक सिखाने और राज्य को स्थिरता प्रदान करने के लिए एमवीए सरकार का गठन किया गया था। उन्होंने कहा कि 2019 में एमवीए सरकार के गठन से पहले शिवसेना और बीजेपी के बीच जो कुछ भी हुआ, उसमें किसी तीसरे व्यक्ति को दखल देने की जरूरत नहीं है।
राउत ने सवाल किया कि क्या बीजेपी शासित राज्यों में लाउडस्पीकर पर ‘अजान’ बजाना बंद कर दिया गया है? उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कानून का शासन चलता है। शिवसेना प्रवक्ता ने राज ठाकरे पर उनकी उस टिप्पणी को लेकर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार जाति कार्ड खेलते हैं और समाज को बांटते हैं। उन्होंने कहा कि आप हाल-फिलहाल तक पवार के चरणों में बैठकर उनका मार्गदर्शन लेते थे। आपको पवार जैसी महान शख्सियतों के बारे में ऐसा क्यों बोलना चाहिए?
वहीं एनसीपी के प्रवक्ता महेश तापसे ने रविवार को आरोप लगाया कि मनसे आगामी निकाय चुनावों में मतों के विभाजन के लिए बीजेपी की नई ‘बी टीम’ है। उन्होंने राज ठाकरे को एक अच्छा मिमिक्री कलाकार बताया। तापसे ने दावा किया कि पिछले दो वर्षों में एमवीए सरकार कोरोना वायरस महामारी सहित अन्य सभी चुनौतियों से बाखूबी निपटी है।
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